मानवाधिकार आयोग दरवाजे पहुंची वीमेंस कॉलेज की छात्राएं

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संवाददाता.पटना. पटना वीमेंस कॉलेज की छात्राएं अपना भविष्य को लेकर चिंतित है.कॉलेज प्रशासन द्वारा सख्ती अपनाए जाने के बाद छात्राओं ने मानवाधिकार आयोग से लेकर राज्यपाल(कुलाधिपति) और मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई है.छात्र संगठन एआईएसएफ ने सुनवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

बीए पार्ट टू एवं थर्ड की छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है. एक ओर कॉलेज प्रशासन उन्हें 75 प्रतिशत उपस्थिति नहीं ररहने के कारण परीक्षा-फार्म भरने नहीं दिया तो दूसरी ओर स्पेशल क्लास भी कराने से इंकार कर दिया जिससे सैकड़ो छात्राओं का साल बरबाद हो जाएगा. छात्राओं ने कहा कि वीमेंस कॉलेज प्रशासन का यह तनाशाही रवैया है. पटना वीमेंस कॉलेज की छात्राएं अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ होता देख एवं कॉलेज एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के अडियल रवैये तथा राजभवन द्वारा कोई ठोस कारवायी नहीं होने के बाद आज मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाने पहुँच गयी.     ए.आई.एस.एफ. के बैनर तले छात्राओं ने राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष विलाल नदकी के नाम से आयोग की सचिव संजीव कुमार सिन्हा से मुलाकात कर पूरे मामले की लिखित जानकारी दिया.एआईएसएफ   के 22 सदस्यीय दल को कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए आयोग सचिव श्री सिन्हा ने कहा कि थोड़ा वक्त लगेगा आयोग पूरे मसले पर वि॰वि॰ एवं कॉलेज प्रशासन से स्पष्टीकरण मागेगा। उन्होंने आयोग के अध्यक्ष को पूरे मसले से अवगत कर व कर्रवाई का भरोसा दिलाया। प्रतिनिधिमंडल ने शामिल छात्र नेता अभिषेक आनंद ने कहा कि जल्द ही हमलोगों के पटना उच्च न्यायालय में याचिका दायर करगें. छात्राओं ने  प्रधान उच्च शिक्षा निदेशक डा॰ खालिद मिर्जा से मुलाकात की तथा अपनी शिकायतें रखी. छात्रों को  निदेशक ने मंत्री तक बात पहुँचाने का भरोसा दिलाया . छात्रों ने  मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की कोशिश  की लेकिन उनसे भेंट नहीं हो पायी.

एआईएसएफ ने वि.वि. एवं कॉलेज के तानाशाही रवैये के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए इस अमानवीय कार्रवाई के खिलाफ सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ाई जारी रखने की चेतावनी दी है. छात्राओं के प्रतिनिधिमंडल में ए.आई.एस.एफ के राज्य परिषद अभिषेक आनंद, पटना वि.वि. के विमल कुमार, प्रिया सिन्हा, प्रगति कुमारी, वंदना, स्नेहा, सालनी, रौषनी, यामीन, निषा, नीतु, शिवानी, निधि समेत दर्जनों छात्राएं शामिल थीं.

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