लॉकडाउन में गरीबों के लिए बने फरिश्ता

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संवाददाता.मुजफ्फरपुर.बचपन में गरीबी  झेलने वाला एक व्यक्ति लॉकडाउन के दौरान दाने-दाने को मोहताज हो रहे 200 परिवारों के लिए फरिश्ताबनकर सामने आया. और इस  व्यक्ति का नाम है भगवान लाल महतो.
मुजफ्फरपुर के सिकन्दरपुर के रहने वाले भगवान लाल महतो की सरैयागंज में अपनी एक दुकान है लेकिन उन्होंने अपने बचपन में गरीबी को काफी नजदीक से देखा है. उनकी मां लोगों के घरों में दाई का काम करती थीं और पिता ठेला चलाकर परिवार का गुजर बसर करते थे. जब उन्होंने देखा कि 21 दिनों के लॉकडाउन में रोजाना कमाकर घर चलाने वाले परिवारों की किसी ने सुध नहीं ली तो वे आगे आए और कुछ कार्यकर्ताओं की मदद से शहर में अत्यंत गरीब परिवारों का इन्होंने खुद सर्वे किया.
फिर सबसे कमजोर आर्थिक स्थिति वाले वैसे परिवार, जिनके घरों में कुछ दिनों से चूल्हे नहीं जले थे, उन्हें मदद पहुंचाने का निर्णय लिया. फिर चिह्नित परिवारों को टोकन देकर अपने घर बुलाया और हरेक परिवार को अगले 10 दिनों के लिए पर्याप्त राशन, साबुन और अन्य सामान दिए.
गरीबों को लॉकडाउन में जान जोखिम में डालकर घरों से निकलना नहीं पड़े इसके लिए उन्होंने हरेक परिवार को 5 किलो आटा, 5 किलो चावल,  5 किलो आलू और 1 किलो प्याज समेत 10 दिनों के राशन का सारा सामान देकर संकट की घड़ी में मदद की.इस दौरान  एक मीटर की दूरी वाले सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान भी  रखा गया. साबुन और सेनेटाइजर के साथ ही ग्लब्स और मास्क लगाकर कार्यकर्ताओं ने सेवाभाव के साथ गरीब परिवारों के बीच खाद्यान्न का वितरण किया.

 

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