भाजपा को कर्पूरी जयंती मनाने का अधिकार नही- लालू प्रसाद

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निशिकांत सिंह.

                           पटना. राजद द्वारा जननायक का 92वीं जयंती धूमधाम से पार्टी कार्यालय में आयोजित किया गया। समारोह का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने किया। इस अवसर पर लालू प्रसाद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को कर्पूरी ठाकुर के जयंती मनाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को पद से हटानेवाले यहीं लोग थे। लालू प्रसाद ने कहा कि मेरे गोद में ठाकुर जी की मौत हुई थी। वो शोषितों दलितों के मसीहा थे। कर्पूरी ठाकुर हमेशा कमजोर व दबे-कुचलों के आवाज थे।

इस अवसर पर उनहोंने कहा कि गांव गांव में दलितों दबे कुचले का आवाज को बुलंद करना है।

लालू प्रसाद ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर गुदड़ी के लाल थे। उनका झोपड़ी का मकान सामंती लोगों के महलों के किनारे में था जहां लोगों की बहु-बेटियां जा भी नहीं सकती थी। वे विरले और महान आदमी थे। वे हमेशा कहा करते थे कि देश को मनुवादी शक्तियों से खतरा है। उनको सैल्यूट करता हूं तथा उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। कर्पूरी जी जब अपनी अंतिम सांस लेने के पहले उन्होंने कहा था कि लालू मैं तुम्हें बहुत बड़ी जिम्मेदारी देने वाला हूं। हमारे गोद में दम तोड़कर पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों का ख्याल रखने का जिम्मेवारी मुझे दे दी और आज भी मैं उनके दिये हुए जिम्मेवारी को अपना कर्तव्य समझकर निभा रहा हूं।

      समारोह को संबोधित करते हुए राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आज देश में बहुत भारी खतरा उत्पन्न हो गया है। देश में विभाजन का भी खतरा उत्पन्न हो गया है। आज पहली पंक्ति के नेता हमारे बीच में नहीं हैं। मजहब रंग भेद और धर्म के आधार पर देश को बांटने की कोशिश की जा रही है। बिहार के सभी वर्ग के लोग बिहार में महागठबंधन की सरकार को बनाने का काम किया। सभी लोगों की यह जिम्मेवारी है कि देश को बांटने की साजिश को नाकाम करें। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी का राज नहीं चलाने दिया गया। कर्पूरी ठाकुर जी ने जो पहल गरीबों को जगाने का किया था भाजपा के लोग दंगा कराकर उनकी सरकार को गिराने का काम किया था। वे अंतिम पंक्ति के लोगों को मुख्य धारा में लाने का सतत प्रयास करते रहे। श्री प्रसाद ने संघ एवं भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि साम्प्रदायिक ताकतें हैदराबाद में दलित छात्र को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। आर एस एस एवं भाजपा के जेहन में है दलितों से नफरत। उन्होंने कहा कि विरोधी लोग हवा देते हैं कि सरकार नहीं चलेगी। सरकार चल रही है और बढि़या से चलेगा। कर्पूरी ठाकुर जी की यह देन है कि हमलोग सत्ता में हैं। उन्होंने आगे कहा कि 01 अप्रैल, 2016 से सरकार ने जो शराबबंदी का निर्णय लिया है उसे लागू करने में आप सभी लोग मदद करें। केंद्र सरकार को जातीय जनगणना के आधार पर वंचितों के लिए बजट में अलग से प्रावधान करना चाहिए।

      जयंती समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजद के प्रदेश अध्यक्ष डा0 रामचन्द्र पूर्वे ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को महान स्वतंत्रता सेनानी के साथ-साथ दबे कुचले लोगों का नेता बताया और उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। समारोह का संचालन मुन्द्रिका सिंह यादव ने किया।

      जयंती समारोह में तैयारी समिति के संयोजक प्रगति मेहता के द्वारा एक संकल्प पाठ पढ़ा गया जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित तमाम लोगों ने खड़े होकर दलितों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, अकलियतों एवं गरीबों को एकजुट कर फासीवादी एवं फिरकापरस्त ताकतों को परास्त करने एवं सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद एवं लोकतंत्र के बुनियाद को मजबूत करने के लिए हमेशा संघर्ष करने का संकल्प लिया गया।

      इस अवसर पर माननीय मंत्री श्री तेज प्रताप यादव, मुनेश्वर चैधरी, जननायक कर्पूरी ठाकुर के पुत्र डाॅ0 वीरेन्द्र ठाकुर, राजद के राष्ट्रीय महासचिव एस एम कमर आलम, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांति सिंह, तनवीर हसन, मंगनी लाल मंडल, इलियास हुसैन, वर्तमान विधायक गुलाब यादव, अनवर आलम, मुन्ना राय, समता देवी, पूर्व विधायक सुधांशु शेखर भास्कर, सीता सुन्दरी देवी, चितरंजन गगन, मृत्युंजय तिवारी, भाई अरूण कुमार, सुनील यादव, देवमुनी सिंह यादव, बल्ली यादव, नंदू यादव, महेन्द्र विद्यार्थी, महेन्द्र प्रसाद विद्यार्थी, परशुराम ततवां, मदन शर्मा, उर्मिला ठाकुर, डा0 आशीष कुमार सिन्हा, प्रमोद कुमार सिन्हा, देवकिशुन ठाकुर, कलावती देवी, रविया खातून, सीता शरण बिंद, भाई सनोज यादव, संटू यादव, संतोष यादव, रेशमी यादव, सिंगेश्वर प्रसाद, संजीव यादव, राजा चैधरी, मो0 गुलाम रब्बानी, रणविजय साहू, शिवेन्द्र तांती, कार्तिक प्रसाद, ई0 अशोक यादव, बबलू मालाकार ने भी जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।   

 

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