एसकेएमसीएच के दौरे के बाद सीएम ने दिए कई निर्देश

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संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर स्थित श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का दौरा कर मस्तिष्क ज्वर (एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम) से पीड़ित इलाजरत बच्चों की पूरी जानकारी ली। एसकेएमसीएच का दौरा करने के बाद अस्पताल के सेमिनार हॉल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, अस्पताल के अधीक्षक, प्राचार्य एवं चिकित्सको से हर पहलू पर चर्चा कर वस्तु स्थिति से अवगत होने के बाद बच्चों के और अधिक बेहतर चिकित्सा को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए।

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ 610 बेड से काम नही चलेगा। यहां 2500 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करिये और इस दिशा में अविलंब फैसला लेते हुए इमिडीएटली फर्स्ट फेज में 1500 बेड का प्रबंध करिये। इसके लिए प्रपोजल बनाइये। इसके अलावे एक धर्मशाला भी बनवाइए ताकि मरीजों के साथ आनेवाले परिजनों के ठहरने की व्यवस्था हो। इससे अस्पताल के अंदर अनावश्यक मूवमेंट पर भी रोक लगेगी। दो साल के अंदर काम पूरा करिये। उन्होंने कहा कि करीब 50 वर्ष पुराने एसकेएमसीएच का रिनोवेशन भी कराइये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 घंटे चिकित्सक उपलब्ध हो इसके लिए एडिशनल चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित होनी चाहिए। अस्पताल अधीक्षक को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिदिन के क्रिया कलापों एवं वर्तमान स्थिति के संदर्भ में अस्पताल में मीडिया ब्रीफिंग का समय निर्धारित करिये।

पटना एयरपोर्ट से मुजफ्फरपुर पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री सीधे एसकेएमसीएच पहुंचे जहां  इलाज में जुटे चिकित्सकों, अस्पताल अधीक्षक एवं परिजनों से बात कर वस्तु स्थिति से अवगत हुए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा एरिया जो चमकी बुखार से प्रभावित है उसका एनवायरमेंटल स्टडी कराकर यह एनालीसिस करना होगा कि इससे रिलीफ दिलाने के लिए नेचुरल एवं टेक्निकल माध्यम से क्या किया जा सकता है? गर्मी में अक्सर मच्छर गायब हो जाते हैं लेकिन उच्च तापमान, अस्वच्छता और ह्यूमिडिटी के कारण अगर अगर प्रभावित इलाकों में मच्छर पाये जाते हैं तो उसका भी उपाय करना होगा। प्रभावित परिवारों के सामाजिक-आर्थिक अध्ययन के साथ-साथ साफ-सफाई के लिहाज से उनके घरों के वातावरण का भी आकलन करना होगा। उन्होंने कहा कि पेयजल कही गुणवत्ता प्रभावित तो नही है उसको भी मॉनिटर करवाइये। एक भी कच्चा घर नही रहे इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और मुख्यमंत्री आवास योजना के जरिये जो मकान बनाये जाने है। इस ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा, देवेश चंद्र ठाकुर, मुख्य सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित अन्य कई आलाधिकारी उपस्थित थे।

 

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