एनडीए संसदीय दल ने मोदी को चुना नेता

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नई दिल्ली.नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया.एनडीए के 353 सांसदों ने मोदी को संसद के सेंट्रल हॉल में हुई बैठक में नेता चुना.इसके बाद मोदी ने कहा- प्रचंड जनादेश से जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं. ऐसे में नई ऊर्जा, नए जोश के साथ हम आगे बढ़ेंगे.उन्होंने कहा कि हमारे देश के चुनाव पर पूरी दुनिया की निगाहें थी. चुनाव ने दिलों को जोड़ने और दीवारें तोड़ने का काम किया. चुनाव के दौरान समभाव और ममभाव से नया वातावरण बना और देश को इसकी जरुरत थी. उन्होंने कहा- देश पिछले 5 साल साथ में चला और समय समय पर कई जिम्मेदारियां उठाई. देश की जनता ने नए युग की शुरुआत की और देश चुनाव में भागीदार बना.

मोदी ने कहा- सकारात्मक सोच के कारण इतना बड़ा जनादेश मिला है. ये चुनाव पॉजिटिव वोटों वाला रहा. देश परिश्रम की पूजा करता है. सबका साथ सबका विकास करना है. जिन्होंने हमे समर्थन दिया उनका तो आभार है ही, लेकिन जिन्हें विश्वास नहीं है, उनका भी विश्वास हासिल करना है. लेकिन छोटी-छोटी घटनाएं कई बार निराश कर देती हैं.उन्होंने कहा कि एनडीए में एनर्जी और सिनर्जी है. यही कॉम्बिनेशन एनडीए को खास बनाता है. साथ दलों की गतिविधियां भी हमें ऊर्जा देती हैं. एनडीए देश को आगे लेकर जा रहा है.

इससे पहले संसद के सेंट्रल हॉल में हुई संसदीय बैठक में नरेंद्र मोदी को पहले भाजपा संसदीय दल और फिर एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया. मोदी ने सेंट्रल हॉल में रखे संविधान को प्रणाम कर अपना संबोधन शुरू किया.

भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भाजपा संसदीय दल के नेता के तौर पर नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा. इस प्रस्ताव का पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह और नितिन गड़करी ने समर्थन किया. इसके बाद भाजपा के सभी नवनिर्वाचित सांसदों ने अपने हाथ उठाकर मोदी के नाम का समर्थन किया.

इसके बाद एनडीए की ओर से अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल ने एनडीए संसदीय दल के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा. इस प्रस्ताव का जेडीयू के नीतीश कुमार, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, लोजपा के रामविलास पासवान, एआईएडीएमके के पलानीसामी, एनपीपी, एनडीपी सहित सभी घटक दलों के नेताओं ने भी मोदी के नाम का अनुमोदन किया.

इसी के साथ मोदी सर्वसम्मति से एनडीए संसदीय दल के नेता चुन लिए गए. सेंट्रल हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. सेंट्रल हॉल में मोदी-मोदी के नारे भी लगे.एनडीए संसदीय दल का नेता चुने के बाद मोदी राष्ट्रपति से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. शपथ 30 मई को होने की संभावना है.

बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के अलावा भाजपा के कई बड़े नेता भी मौजूद थे. इनके अलावा एनडीए के घटक दलों से उद्धव ठाकरे, नीतीश कुमार, प्रकाश सिंह बादल, राम विलास पासवान सहित अन्य नेता भी बैठक में शामिल हुए.

 

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