रांची में शुरू हुआ ग्लोबल एग्रीकल्चरल एंड फूड समिट

1228
0
SHARE

हिमांशु शेखर.रांची.झारखंड की राजधानी रांची में पहली बार ग्लोबल एग्रीकल्चरल एंड फूड समिट-2018 का धूमधाम के साथ उद्घाटन किया गया। दो दिवसीय समिट का उद्घाटन गुरुवार को केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने किया। समिट में काफी संख्या में किसान और विदेश से आये प्रतिभागी भी शामिल हो रहे है। इस मौके पर मौजूद कोकोकोला कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट इश्तियाक अमजद ने कहा कि कंपनी झारखंड में नया प्रोजेक्ट शुरू करना चाहती है। फूड समिट इस प्रोजेक्ट को शुरू करने का जरिया बनेगा और हम सरकार से बातचीत कर बात को आगे बढ़ाएंगे। कोकोकोला भारत और झारखंड के लिए एक लोकल कंपनी की तरह साथ मिलकर काम करेगी।

किसानहित में केन्द्र और राज्य सरकार काम कर रही है : राधा मोहन सिंह

केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि देश और राज्य सरकार को किसानों की चिंता है। इस समिट का आयोजन किसानों और उनके हित के लिए किया गया है। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास किसानों के हित के लिए गंभीर रहने वाले मुख्यमंत्री हैं। पहली बार एक ऐसा मुख्यमंत्री मिला है, जिसका जीवन झारखंड के किसानों के लिए समर्पित है।

किसानों को एक साल के लिए बिना ब्याज का मिलेगा ऋण : रघुवर दास

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हर दो साल में इस तरह की समिट होगी। रघुवर दास ने कहा कि किसानों को एक साल के लिए बिना ब्याज के ऋण मिलेगा। सरकार बैंकों का ब्याज चुकाएगी। किसानों के लिए अलग से बिजली का प्रबंध होगा। गरीबों को दो-दो गाय 90 प्रतिशत सब्सिडी पर दी जा रही है। योजना जारी रहेगी।नीली क्रांति के बाद श्वेत क्रांति की तैयारी है। 100 किसानों को फिर इसराइल भेजा जाएगा। इनमें 50 महिलाएं होंगीं। पलायन का कलंक खत्म करना होगा। 2022 तक किसान दोगुनी नहीं चार गुना आमदनी का रिकॉर्ड बनाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं भी गांव में ग्रुप बनाकर डेयरी फार्मिंग करें। मेधा डेयरी खटाल में आकर ही दुग्ध का एकत्रीकरण करेगी। महिला किसानों को सरकार द्वारा प्रोत्साहन दिया जाएगा। राज्य से बच्चियों के पलायन को रोकने के लिए इस तरह की वैश्विक एग्रीकल्चर फूड समिट का आयोजन किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑर्गेनिक खेती पर फोकस करें। ऑर्गेनिक सब्जी की दुनिया भर में मांग है। झारखंड में सब्जी उत्पादन पहले से ही अधिक है। ऑर्गेनिक सब्जी उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ें। मार्केट की उपलब्धता झारखंड सरकार सुनिश्चित करेगी। यदि राज्य के किसान उन्नत किसान होंगे तो सरकार के राजस्व में भी इजाफा होगा।

झारखंड के किसान मेहनतकश हैं : सुधीर त्रिपाठी

झारखंड के मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने कहा- झारखंड के पास एग्रो क्लाइमेटिक जोन और मेहनतकश किसान है। आधुनिक तकनीक के जरिये कृषि विकास की झारखंड में काफी संभावनाएं हैं। देश के अग्रणी राज्यों में झारखंड की गिनती होगी। पिछले चार वर्षों में कृषि विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से कई कदम उठाये गये हैं।झारखंड के कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश पढ़ा।

झारखंड में कृषि विकास 19 फीसद : अमिताभकांत

नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि पिछले चार सालों में झारखंड के कृषि क्षेत्र में 19 फीसद का विकास हुआ। कहा कि इसी तरह झारखंड में कृषि क्षेत्र में काम होता रहा तो यहां के किसानों की आय 2022 तक दोगुनी नहीं बल्कि चौगुनी हो जाएगी। केवल कृषि क्षेत्र ही नहीं झारखंड में जो सबसे बड़ा बदलाव आया है वह मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में भी है।

अमूल के किसान झारखंड के किसानों को मदद के लिए तैयार : आरएस सोढ़ी

अमूल के एमडी आरएस सोढ़ी ने कहा- किसान चाहे झारखंड के हों या गुजरात के हों एक दूसरे की मदद करना अपना फर्ज समझते हैं। अमूल के 36 लाख किसान हर तरह से झारखंड के ढाई करोड़ किसानों की मदद के लिए तैयार हैं। पिछले चार वर्ष में भारत का दूध उत्पादन 4 फीसद बढ़ गया है।  झारखंड के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए दूध उत्पादन को बढ़ावा देना जरूरी है।

LEAVE A REPLY