मनीषा दयाल.
मातृ-दिवस हर बच्चे और विद्यार्थी के लिये वर्ष का अत्यधिक यादगार और खुशी का दिन होता है। मदर्स डे साल का खास दिन होता है जो भारत की सभी माताओं के लिये समर्पित होता है। मातृ-दिवस हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। बच्चे इस दिन पर बहुत खुश होते है और अपनी माँ को सम्मान देने के लिये स्कूल या घर में उनके समक्ष मनाते है।
“माँ कहने को ये लफ्ज़ बहुत छोटा है पर इस लफ्ज़ की गहराई को दुनिया में कोई नाप नही सकता… हम दुनियां के लिए बेशक कुछ भी नहीं है, पर हर इन्सान अपनी मां के लिए सब कुछ होता है…. एक औरत जो अपनी जिन्दगी अपने घर और अपने बच्चे, अपने परिवार के लिए समर्पित कर दे और बदले में सिवा “प्यार” के कुछ भी ना मांगे वो र्सिर्फ एक मां हो सकती है… एक मां का ही दिल इतना बडा हो सकता है।
कहते हैं भगवान हर समय हर जगह उपलब्ध नहीं हो सकता हैं, ओर इसी लिए भगवान ने माँ को बनाया हैं ! दुनिया में यदि आपके पास धन नहीं है तो भी आप गरीब नहीं है क्योंकि आप परिश्रम से धन प्राप्ति कर सकते हैं। यदि आप के पास अपार संपत्ति है पर माँ नहीं हैं तो इससे बड़ी निर्धनता और कोई नहीं हैं। माँ के संबंध में बहोत कुछ लिखा जा चूका है, बहोत कुछ पढ़ाया जा चूका हैं पर फिर भी माँ की महिमा इतनी अपरंपार है की फिर भी सब कम ही
लगता हैं।चाहे छोटा हो, बड़ा हो या बच्चे का बाप हो माँ के लिए आप हमेशा एक नन्हे बच्चे रहते है ओर माँ उसी तरह आप की हमेशा प्यार से देखभाल करती हैं।
मदर्स डे के दिन आप अपनी मां को यह अहसास दिला सकते हैं कि उनके बिना आप अधूरे हैं.। मां… शायद ही इससे खूबसूरत शब्द इस दुनिया में हो. शायद ही कोई होगा जिसे मदर्स डे का इंतजार न होता है. यही तो वह दिन है जब आप अपनी मां को उनके स्नेह और दुलार के प्रति अपना प्यार जता सकते हैं. आज के दिन आप उन्हें यह अहसास दिला सकते हैं कि उनके बिना आपका कोई वजूद नहीं है।
एक माँ हर एक की सबसे अच्छी दोस्त होती है क्योंकि वह हर एक चीज का ध्यान रखती है जिसकी हमें जरुरत होती है। इसलिये, उन्हें धन्यवाद और आदर देने के लिये वर्ष का एक दिन समर्पित किया गया है जिसे हर साल हम सभी मातृ-दिवस के रुप में मनाते है। हमलोग बिना अपनी माँ के प्यार और देख-भाल के नहीं रह सकते हैं। वह हमारा बहुत ध्यान रखती है, वह बहुत खुश हो जाती है जब हमलोग हँसते है तथा वह बहुत दुखी हो जाती है जब हमलोग रोते है। इस दुनिया में माँ एकमात्र ऐसी इंसान होती है जो हमें कभी अकेला नहीं छोड़ती। माँ अपने बच्चों के लिये पूरी निष्ठावान होती है।
हर व्यक्ति के जीवन में अगर कोई पहला गुरु या First expert रहता हैं तो वह उस व्यक्ति की माँ ही होती हैं। एक बालक माँ के गर्भ में रहता है उस समय से ही पोषण के साथ कई तरह की चीजे अपने माँ से सीखता हैं। मैंने अपने जीवन में कई सारी बाते अपनी माँ से सीखी हैं। हमेशा प्रेम करने वाली माँ कभी-कभी कठोर भी होती है तो सिर्फ अपने बच्चो के भलाई के लिए ही। मुझे इस बात की ख़ुशी हैं की मेरी माँ आज भी मेरे साथ हैं ओर उनके स्नेह ओर आशीर्वाद की शक्ति हमेशा मेरे पास हैं।
माँ के उपकारो का वर्णन करना तो असंभव है।हमारे लिये माँ हर वक्त हर जगह मौजूद रहती है। हमारे जन्म लेने से उनके अंतिम पल तक वो हमारा किसी छोटे बच्चे की तरह ख्याल रखती है। हम अपने जीवन में उनके योगदानों की गणना नहीं कर सकते है। यहाँ तक कि हम उनके सुबह से रात तक की क्रिया-कलापों की गिनती भी नहीं कर सकते।
माँ के पास ढ़ेर सारी जिम्मेदारियाँ होती हैं वो उसको लगातार बिना रुके और थके निभाती है। वो एकमात्र ऐसी इंसान है जिनका काम बिना किसी तय समय और कार्य के तथा असीमित होती है। हम उनके योगदान के बदले उन्हें कुछ भी वापस नहीं कर सकते हालाँकि हम उन्हें एक बड़ा सा धन्यवाद कह सकते है साथ ही उन्हें सम्मान देने के साथ ध्यान भी रख सकते है। हमें अपनी माँ को प्यार और सम्मान देना चाहिये तथा उनकी हर बात को मानना चाहिये।
हमारी माँ हमारे लिये सुरक्षा कवच की तरह होती है क्योंकि वो हमें सभी परेशानियों से बचाती है। वो कभी अपनी परेशानियों का ध्यान नहीं देती और हर समय बस हमें ही सुनती है। मदर्स डे के दिन हमें अपनी माँ को खुश रखना चाहिये और उन्हें दुखी नहीं करना चाहिये। हमें उनकी हर आज्ञा का पालन करना चाहिये और काम को सही तरीके से करना चाहिये। वो हमेशा हमें जीवन में एक अच्छा इंसान बनाना चाहती है।
मेरी आप सभी से प्रार्थना है की, अपनी माँ का हमेशा आदर करे ओर उनका हमेशा ख्याल रखे । दुनिया में एक ही ऐसा व्यक्ति है जो कभी आपके बारे में बुरा या गलत नहीं सोच सकता ओर वह व्यक्ति है आपकी माँ ! अगर आप कभी मंदिर में भी कुछ मांगना चाहते है तो सिर्फ यही कामना करना की आपके माँ की इच्छा पूर्ण हो क्योंकि एक माँ हमेशा अपने बच्चो के लिए संसार के सभी सुखो की कामना करती हैं।