संवाददाता.फुलवारी शरीफ.पल्मोनरी मेडिसिन विभाग एम्स पटना ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर एक रोगी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें नुक्कड़ नाटक और एक वैज्ञानिक कार्यक्रम शामिल रहे. बीएससी एम्स पटना की नर्सिंग छात्रा ने तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों का वर्णन करते हुए नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया.
यह कार्यक्रम एम्स पटना के ओपीडी फ़ोयर में किया गया जहाँ हजारों रोगियों ने जानकारी प्राप्त की. एम्स पटना के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ.) सी.एम. सिंह कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे और उन्होंने तम्बाकू किसानों को खाद्य फसलों का उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया जिससे खाद्य संकट कम हो.
डॉ. दीपेंद्र ने बताया कि जो लोग धूम्रपान नहीं करते हैं, लेकिन जो तंबाकू का सेवन करने वालों के करीब हैं, उनमें भी कैंसर होने का समान जोखिम होता है.
एम्स पटना में आयोजित वैज्ञानिक कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र में कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) जी.के. पाल, उप निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अरुण प्रसाद और चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर (डॉ.) सी. एम. सिंह और पल्मोनरी मेडिसिन एचओडी डॉ. दीपेंद्र राय मौजूद रहे.पल्मोनरी विभाग के प्रमुख डॉ दीपेंद्र कुमार राय ने सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिनिधियों का स्वागत किया.कार्यपालक निदेशक, उप निदेशक एवं चिकित्सा अधीक्षक द्वारा तम्बाकू सेवन के विभिन्न पहलुओं के संबंध में संदेश दिया गया. स्लोगन और पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिए गए.
पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सोमेश ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन किया। वैज्ञानिक कार्यक्रम के दौरान, रेडियोथेरेपी के एचओडी प्रोफेसर डॉ. प्रितांजलि सिंह, दंत चिकित्सा एम्स पटना के प्रोफेसर (डॉ.) शिवेंद्र चौधरी एचओडी और सामुदायिक और परिवार चिकित्सा विभाग, एम्स पटना के डॉ. शिबाजी सहायक प्रोफेसर द्वारा तम्बाकू उपयोग के विभिन्न पहलुओं के बारे में व्याख्यान दिया गया. सर्वश्रेष्ठ पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया और पोस्टर के लिए तीन पुरस्कार और स्लोगन के लिए एक पोस्टर दिया गया.कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.