मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा आयोजित मेदांता कॉन्क्लेव 2023 का सीएम ने किया उद्घाटन
संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जयप्रभा मेदांता हॉस्पिटल यहां बेहतर ढंग से काम कर रहा है। यहां मरीजों का बेहतर इलाज किया जा रहा है। यहां अच्छे डॉक्टर भी हैं। यहां 25 प्रतिशत सीट गरीब-गुरबा लोगों के इलाज के लिए आरक्षित की गयी है जिनकी आमदनी सालाना 2.5 लाख रुपये से कम है। सरकारी कर्मियों के इलाज के लिए भी यहां सीट आरक्षित की गई है। गरीब लोगों के इलाज के खर्च में मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से मदद की जाती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक्जीबिशन रोड स्थित होटल लेमन ट्री प्रीमियर में मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा आयोजित मेदांता कॉन्क्लेव 2023 का उद्घाटन किया । इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेदांता कॉन्क्लेव 2023 के कार्यक्रम में उपस्थित आप सभी लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं। डॉ० नरेश त्रेहान और डॉ० रणदीप गुलेरिया भी यहां उपस्थित हैं। डॉ० रणदीप गुलेरिया से हमारा बहुत पुराना संबंध है। जब हम सांसद थे और केंद्र सरकार में मंत्री थे, उसी समय से हमारा उनसे संबंध है। वर्ष 2007 से ही डॉ० नरेश त्रेहान जी से भी मेरा संबंध है।यहां कई प्रख्यात डॉक्टर उपस्थित हैं। वे सभी कॉन्क्लेव कार्यक्रम में मेडिकल साइंस की विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करेंगे जो काफी उपयोगी होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंसर के रोगियों को इलाज के लिए महाराष्ट्र के टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल जाना पड़ता है। हमारा आप सबसे निवेदन है कि जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कैंसर रोग के इलाज की भी व्यवस्था करें। इसी दौरान डॉ० नरेश हान ने कहा कि दो महीने में कैंसर का इलाज भी जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में शुरू हो जाएगा, इस पर मुख्यमंत्री ने उनका आभार जताया और कहा कि यहां कैंसर के मरीजों के इलाज की व्यवस्था हो जाने पर काफी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के चिकित्सकों की डॉ० नरेश त्रेहान ने प्रशंसा की है, यह खुशी की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल नई तकनीक आ गई है लेकिन पुरानी चीजों एवं कार्यों को लोग भूले नहीं। हमने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई कदम उठाए हैं। हमलोगों ने यहां अस्पतालों की संख्या बढ़ाई है और सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज की बेहतर व्यवस्था की गई है। पहले यहां मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की संख्या 6 थी जो अब बढ़कर 11 हो गयी है। हम चाहते हैं कि सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल बनाएं। पटना में एम्स बनाया गया है, वहां भी मरीजों का बेहतर इलाज हो रहा है। पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल सबसे पुराना अस्पताल है। इसको विश्वस्तरीय अस्पताल बनाया जा रहा है जहां 5400 बेड उपलब्ध रहेगा। इसका पुननिर्माण कार्य 3 फेज में हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमलोग चाहते हैं कि किसी को इलाज में असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि आपस में आपलोग कॉन्क्लेव में चर्चा करेंगे तो इससे कई नई बातें सामने आएंगी। जिससे इलाज अत्याधुनिक और बेहतर तरीके से हो पाएगा और लोगों को इससे लाभ होगा।
इस अवसर पर मेदांता ग्रुप के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ० नरेश त्रेहान, एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ० रणदीप गुलेरिया, मेदांता के सी०ई०ओ० पंकज सहनी, डायरेक्टर एवं एच०ओ०डी० कार्डियोलॉजी डॉ० प्रमोद कुमार, डायरेक्टर कार्डियोलॉजी डॉ० अजय सिन्हा, डायरेक्टर रेडिएशन, ओन्कोलॉजी डॉ० राजीव रंजन प्रसाद, डायरेक्टर, सी०जी०बी०एस० डॉ० संजय, मेडिकल डायरेक्टर डॉ० रविशंकर प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह सहित अन्य चिकित्सकगण उपस्थित थे।