संवाददाता.पटना. नोटबंदी के 6 साल पूरे होने पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व मीडिया विभाग के प्रभारी राजीव रंजन ने कहा कि आज से ठीक 6 साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक क्रांतिकारी फैसला करते हुए नोटबंदी का ऐलान किया था।उनके इस एक फैसले ने देश में डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में एक नयी क्रांति की इबारत लिख दी। यही वजह है कि देश में आज हर कोई डिजिटल पेमेंट को प्राथमिकता दे रहा है। दुनिया भी भारत की डिजिटल पेमेंट में आई क्रांति देखकर हैरान है।
उन्होंने कहा कि यह इसी डिजिटल क्रांति का नतीजा है कि आज बिहार के गली कुचों में भी गोलगप्पा बेचने वालों से लेकर परचून की दूकान वाले भी UPI और इ वालेट का इस्तेमाल करते हुए दिखते हैं। गौरतलब हो कि अमेरिका जैसे विकसित मुल्क में भी डिजिटल पेमेंट का इतने व्यापक तरीके से प्रयोग नहीं हो रहा है। यह दिखाता है कि साफ़ नियत से लिए गए फैसले कितना दूरगामी प्रभाव छोड़ते हैं।
श्री रंजन ने कहा कि कोरोना काल में नोटबंदी देश के लिए वरदान साबित हुई। डिजिटल पेमेट की पहले से तैयारी और मोदी सरकार द्वारा इस दिशा में किये गये लगातार प्रयासों ने देश को कोरोना जैसे बड़े संकट का सामना करने में सक्षम बनाया। महिलाओं को उनके खाते में 500-500 रुपये भेजने में मदद मिली। बुजुर्गों और विधवाओं को 1000-1000 रुपये का डिजिटल भुगतान हुआ। योजनाओं के लाभार्थियों को भी डिजिटल पेमेंट किया गया। यह डिजिटल पेमेंट गरीबों को करोना से लड़ने में हथियार साबित हुआ।
राजद-कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी के समय राजद-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने देश में डिजिटल पेमेंट को लेकर सवाल उठाया था। उनके मुताबिक डिजिटल पेमेंट का प्रयोग करने में देश के गरीब और अशिक्षित लोग सक्षम नहीं होंगे। लेकिन आज उसी जनता ने उनके सभी आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है और बता दिया है कि राजद-कांग्रेस को भारत के लोगों की क्षमता पर भरोसा नहीं है। यह लोग इस बात को जाने लें कि देश उनके लालटेन और लाठी युग से आगे बढ़ चुका है। आगामी चुनाव में उन्हें एक बार फिर जनता के बदले मनोभाव का आइडिया मिल जाएगा।