इशान दत्त.पटना. सावन के महीने को शास्त्रों में बेहद पवित्र माना गया है। इस महीने में भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा की जाती हैं। माना जाता है इस महीने में भगवान शंकर को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। अगर महादेव की किसी पर कृपा बन जाए, तो उसके जीवन में किसी चीज की कोई कमी नहीं रहती।
सावन में भूलकर भी न करें ये गलतियां-
1.सावन मास को शास्त्रों में बेहद पवित्र माना गया है, इसलिए इस महीने में शराब, मांस -मीट नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा तामसिक भोजन से भी बचना चाहिए।
2. सावन महीने में दही, छाछ, हरा साग, बैंगन, मूली, प्याज और लहसुन आदि को खाने से परहेज करें । ऐसा करने से ध्यान भटकता हैं और पूजा पाठ में ठीक से मन नहीं लग पाता।
3. सावन के महीने में शरीर पर तेल लगाना मना है,क्यूंकि इसे अशुभ माना जाता है। वहीं इस महीने में भूलकर भी किसी पेड़ पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाए ,अगर भोलेनाथ की कृपा चाहिए तो सावन में अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और उनकी सेवा करें।
4. सावन के महीने में भगवान शंकर की पूजा के दौरान उन्हें कभी भी सिंदूर अर्पित न करे, महादेव को संसार का संहारक माना जाता है, इसलिए उन्हें चंदन अर्पित किया जाता है, सिंदूर नहीं क्योंकि सिंदूर का रंग लाल होता है, जो उग्र माना जाता है।
5. भगवान शंकर को कभी तुलसी भी अर्पित न करे। शिव जी ने तुलसी को श्राप दिया था की जो व्यक्ति महादेव को तुलसी अर्पित करेगा, उसे पूजा का फल कभी प्राप्त नहीं होगा। पूजा के दौरान शिव जी को नारियल, तिल, हल्दी और केतकी का फूल भी अर्पित नहीं किया जाता।
( यह सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।)