संवाददाता.पटना.चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान पटना के डिपार्टमेंट ऑफ ओबी एंड एचआर एवं सेंटर फॉर सोशल इन्टरप्रेनरशीप के सहयोग से “डिजिटल युग में उद्यमिता: लक्ष्य 2030” पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया था। प्रो. (डॉ.) विकास आर्य, सहायक प्रोफेसर – विपणन और उद्यमिता, ‘रबात बिजनेस स्कूल, द इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ रबात’, मोरक्को अतिथि वक्ता थे।
इस अवसर की शोभा बढ़ाने के लिए, प्रो. (डॉ.) ज्योति वर्मा, सहायक प्रोफेसर, सीआईएमपी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थी।
डॉ. विकास ने अभी उद्यमिता और भविष्य में व्यापार करने के तरीके के बारे में अपने विचार और अनुभव व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में डिजिटल उद्यमिता मार्केटिंग को प्रभावित करेगी। उन्होंने प्रतिभागियों के बीच जागरूकता बढ़ाई और उन्हें विकसित तकनीकी प्रगति के साथ मुकाबला करने का सुझाव दिया।
डॉ. विकास ने सीआईएमपी के छात्रों के साथ बातचीत की और निकट भविष्य में होने वाले विभिन्न परिवर्तनों पर चर्चा की। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने मेटावर्स पर अपने विचार व्यक्त किए कहा कि अगले 5 से 10 वर्षों में और अधिक ब्रांड मेटावर्स से जुड़ेंगे। यह एक संवादात्मक और सूचनात्मक सत्र था। छात्रों ने भी कई सवाल पूछकर इस चर्चा में गहरी दिलचस्पी दिखाई, जिसमें डॉ. विकास आर्य ने अच्छी तरह से भाग लिया।