संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बेगूसराय जिला अंतर्गत बरौनी प्रखंड मुख्यालय स्थित असुरारी में 550 करोड़ की लागत से निर्मित पेप्सी बॉटलिंग प्लांट का उद्घाटन किया। वरुण बेवरेजेज लिमिटेड द्वारा नवनिर्मित पेप्सी बॉटलिंग प्लांट के उद्घाटन करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने पेप्सी बॉटलिंग प्लांट का परिभ्रमण भी किया। परिभ्रमण के क्रम में मुख्यमंत्री ने एक्वाफिना आरओ रूम, डब्ल्यूटीएफ आरओ रूम, एक्वाफिना फिलिंग रूम, सीएसओ पीइटी फिलिंग हॉल, क्वालिटी लैब, एचएफ एनसीबी पीइटी लाइन, क्राउन स्टोरेज रूम, सीएसडी पीइटी फिलिंग हॉल का मुआयना कर बॉटलिंग प्लांट द्वारा तैयार किये जा रहे उत्पादों की गुणवत्ता, क्षमता, रोजगार सृजन आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
गौरतलब है कि बेगूसराय जिले में बरौनी के हवासपुर स्थित बियाडा के इण्डस्ट्रीयल ग्रोथ सेन्टर में वरूण बेवरेजेज लिमिटेड की कार्बानेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर, फ्रूट जूस व फ्रूट पल्प बेस्ड जूस की उत्पादन इकाई रिकॉर्ड 11 महीने में बनकर तैयार हुई। वरूण बेवरेजेज लिमिटेड द्वारा स्थापित इस बॉटलिंग प्लान्ट में प्रतिष्ठित कारबोनेटड सॉफ्ट ड्रिंक्स ब्रांड-पेप्सी, 7अप, मिरिन्डा, माउन्टेन डयू स्टिंग का उत्पादन करेगा। साथ ही यहाँ प्रतिष्ठित पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर का ब्रांड एक्यूफिना का भी उत्पादन हो रहा है। इसके अलावा ट्रॉपिकाना और स्लाईस जैसे फ्रूट जूस और फ्रूट प्लप बेस्ड ड्रिंक्स का उत्पादन यहाँ किया जा रहा है।
विश्व स्तरीय उन्नत तकनीक से युक्त इस प्लान्ट में अल्ट्रा हाई स्पीड मशीनों की सिर्फ 01 प्रोडक्शन लाईन की क्षमता 10 लाख बॉटल प्रतिदिन है और इन उत्पादों की अचानक बढ़ी डिमांड की जरूरत को आसानी से पूरा कर सकता है। 550 करोड़ की लागत से बनने वाले पेप्सी के इस बॉटलिंग प्लान्ट के पहले चरण के निर्माण का कार्य 322 करोड़ की लागत से पूरा कर लिया गया है और दूसरे चरण का भी कार्य शूरू है। पेप्सी के मौजूदा बॉटलिंग प्लान्ट में करीब 500 लोगों को सीधा रोजगार मिल चुका है, जबकि लगभग 700 से 800 के करीब लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार पा रहे हैं।
पेप्सी बॉटलिंग प्लांट का परिभ्रमण करने के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बॉटलिंग प्लांट की आज से शुरुआत हो गई है। इतने कम समय में यहां उत्पादन शुरु हो गया है, यह बहुत बड़ी बात है। हमने एक-एक चीजों को देखा है, यह प्लांट बहुत बढ़िया है। यहां बननेवाले प्रोडक्ट का न सिर्फ बिहार बल्कि बिहार के बाहर भी लोग उपयोग करेंगे। बिहार में इस तरह का उद्योग पहली बार स्थापित हुआ है।
बिहार में उद्योग लगाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में उद्योग के लिए हमलोग शुरु से लगे हुए थे लेकिन इसके लिए जिस तरह का नियम-कानून चाहते थे, उस समय (2007-09) की केंद्र सरकार ने उसकी इजाजत नहीं दी। अब केंद्र सरकार ने परमिशन दे दिया है तो इस तरह से उद्योग लगने की शुरुआत हो गई है। वर्ष 2007-08 में ही हमलोग बिहार में इथेनॉल का उत्पादन करना चाहते थे। इसको लेकर उस समय 20 हजार करोड़ रूपये से भी ज्यादा का प्रस्ताव आया था। लेकिन उस समय की केंद्र सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी। अभी की केंद्र सरकार ने पूरे देश के लिए इसे शुरु कर दिया है, तो हमलोगों के यहां भी इथेनॉल की फैक्ट्री बहुत तेजी से लग रही है। बिहार में 17 इथेनॉल प्लांट लगाने की स्वीकृति केंद्र सरकार से मिल चुकी है। हमलोग और इथेनॉल प्लांट की स्वीकृति लेने में लगे हैं। आनेवाले समय में बिहार में और उद्योग लगेंगे। वरुण बेवरेजेज लिमिटेड के चेयरमैन से मुख्यमंत्री ने कहा कि आप जर्नलिस्ट लोगों को पूरा प्लांट जरुर दिखा दें। जर्नलिस्ट लोग इसे देख लेंगे तो लोगों को और बेहतर तरीके से जानकारी दे पाएंगे।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, विधायक राम रतन सिंह, पद्म भूषण प्रख्यात चिकित्सक डॉ0 नरेश त्रेहान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ0 एस0 सिद्धार्थ,, वरुण बेवरेजेज लिमिटेड के चेयरमैन रविकांत जयपुरिया, पेप्सी बॉटलिंग प्लांट के वाईस प्रेसिडेंट एस0एन0 भट्ट, पेप्सी बॉटलिंग प्लांट के टेक्निकल हेड आरजेएस बग्गा, आयुक्त मुंगेर प्रमंडल दयानिधान पाण्डेय, पुलिस उपमहानिरीक्षक मुंगेर प्रक्षेत्र सत्यवीर सिंह, जिलाधिकारी, बेगूसराय अरविद कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक बेगूसराय योगेंद्र कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।