संवाददाता.पटना.सेंटर फॉर फिलोसोफिकल स्टडीज एवं प्रोफेसर अनंत आशुतोष द्विवेदी जी डायरेक्टर जनरल, हेरिटेज सोसाइटी( पटना) के तत्वावधान में ‘विरासत संवाद’ सीरीज की 177 वीं कड़ी के तहत ‘मंत्र का ज्ञान विज्ञान और प्रभाव’ विषय पर लोगों के साथ एक संवाद स्थापित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत धम्म रत्न जी ने बौद्ध मंत्रोच्चार से की| इस संवाद में मुख्य वक्त रहीं दिल्ली की प्रख्तात ज्योतिष विशेषज्ञ बी कृष्णा नारायण जी| विषय में प्रवेश करते हुए बी कृष्णा नारायण जी ने मंत्रों का न केवल शास्त्रीय रहस्यों के बारे में बताया, अपितु मंत्रों के वैज्ञानिक रहस्यों की भी चर्चा की| मंत्रोच्चार यदि विधिपूर्वक किया जाये तो यह मनुष्यों को परिवर्तित और रूपांतरित दोनों करते हैं| ॐ मंत्र के सही उच्चारण से किस प्रकार मधुमेह के रोगी लाभान्वित हो सकते हैं, इसकी उन्होंने वैज्ञानिक व्याख्या की| गायत्री मंत्र में सन्निहित शक्ति की भी उन्होंने विस्तार से व्याख्या की |
उन्होंने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ा है और देश ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण विश्व के दिशा निर्धारण में भारत की महती भूमिका होने वाली है। ऐसे समय में मंत्रों के प्रभाव को जानना बेहद जरूरी हो जाता है, क्योंकि जानेंगे तभी तो इसे सहजता से धारण करेंगे| हम शुद्ध, बुद्ध , प्रबुद्ध और समृद्ध हों, हम हर प्रकार से सुखी और संपन्न बनें, इसके लिए हर वर्ग के लोग मंत्रोच्चार को अपनी नित्यचर्या में शामिल कर लें, इस बात पर उन्होंने जोर दिया|
कार्यक्रम में- तकनीकी सहयोग रहा भानुप्रिया जी, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर, बिहार सर्किल, हेरिटेज सोसाइटी का, मॉडरेटर फुहार बाली जी सदस्य, बिहार सर्किल, हेरिटेज सोसाइटी का|
धन्यवाद ज्ञापन किया कोऑर्डिनेटर, नालंदा चैप्टर, हेरिटेज सोसाइटी के आदरणीय धम्म रत्न जी ने| उन्होंने कहा की मंत्रो के ज्ञान विज्ञान और इसके प्रभाव के बारे में आज बच्चों को तो बताया ही जाये , आज की युवा पीढ़ी से भी इसका परिचय करवाया जाये|