संवाददाता.पटना.विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने राजीव रंजन ने कहा कि सत्ता के लिए बेतरह छटपटा रहा विपक्ष अब छात्रों के कंधों पर बंदूक रख सरकार पर निशाना साधने की कोशिशों में जुटा हुआ है. इन्होने आज छात्रों के विरोध प्रदर्शन को हाईजैक कर अपना उल्लू सीधा करने की भरपूर कोशिश की, जिसे छात्रों ने अपनी समझदारी पूरी तरह धराशायी कर दिया.
उन्होंने कहा कि सबेरे से राजद-कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेता छात्रों के भेष में बिहार बंद के नाम पर उत्पात मचाने के अपने पुराने खेल में जुट चुके थे. इनकी मंशा छात्रों के नाम पर पूरे बिहार को हुडदंग की आग में झोंकना था. कई जगहों पर इन्होने आगजनी और तोड़-फोड़ जैसे अपने पसंदीदा कामों को अंजाम देना शुरू भी कर दिया था. लेकिन पुलिस प्रशासन की सक्रियता और छात्रों की सूझ-बुझ ने इनके इरादों पर पानी फ़ेर दिया. इनकी साजिशों को भांपते हुए छात्रों ने खुद को इस बंदी से अलग कर लिया.
श्री रंजन ने कहा कि माननीय रेलमंत्री द्वारा छात्रों की मांगे मान लिए जाने के बाद बंदी का ऐसे भी कोई औचित्य नहीं था. खान सर जैसे कई कोचिंग संचालकों ने भी सभी से आज के दिन किसी भी प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की अपील भी की थी. इसी के परिणामस्वरूप अधिकांश छात्र बाहर नहीं निकले और बंदी खुद ब खुद बंद हो गयी.
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने छात्रों से शान्ति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि इतिहास उठा कर देखें तो राजद-कांग्रेस जैसे दलों ने कभी भी छात्रहित की परवाह नहीं की. इनके नेता कहते थे कि लोग पढ़-लिख जाएंगे तो हमें वोट क्यों देंगे. इसीलिए इन्होने अपने राज में बिहार की शिक्षा व्यवस्था को ही ध्वस्त कर दिया. आज भी उनकी मंशा सिर्फ छात्रों को मोहरा बना कर अपनी राजनीति चमकाना भर है. बिहार के छात्रों से मेरा आग्रह है कि इनके चक्कर में पड़ कर अपना भविष्य और अन्य बिहारवासियों के जानोमाल को दांव पर न लगाये. एनडीए सरकार छात्रों की अपनी सरकार है. उनकी हर समस्या का निदान किया जाएगा.