नई दिल्ली.अब नाक के जरिए दी जाने वाली नेजल वैक्सीन से ओमिक्रॉन के खिलाफ बचाव में लोगों को मदद मिलेगी.ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की नेज़ल वैक्सीन को ट्रायल की मंजूरी दे दी है. इस वैक्सीन का इस्तेमाल बूस्टर डोज़ के तौर पर किया जाएगा.
भारत बायोटेक ने नेज़ल वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल करने का प्रस्ताव दिया है. ये बूस्टर डोज उन्हें दिया जाएगा जिन्होंने पहले कोविशील्ड या फिर कोवैक्सीन की वैक्सीन ले रखी है. बता दें कि भारत में इसी महीने से फ्रंटलाइन में काम करने वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज़ दी जा रही है.भारत बायोटेक ने अपनी नेजल वैक्सीन BBV154 को पहले से वैक्सीनेटेड लोगों में बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल करने का प्रस्ताव दिया है. वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल ऐसे लोगों पर किया जाएगा जिन्होंने पहले से कोविशील्ड या कोवैक्सीन ले रखी है. कहा जा रहा है कि नेज़ल वैक्सीन आम वैक्सीन के मुकाबले काफी असरदार है. डॉक्टरों के मुताबिक वैक्सीन जब नाक से दी जाएगी, तो सबसे पहले नाक में एंटीबॉडीज बनेंगी. इससे वायरस का सांस के जरिए फेफड़ों तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा. नतीजा यह होगा कि वायरस नेजल वैक्सीन लेने वालों के फेफड़ों तक नहीं पहुंच पाएगा.