संवाददाता.पटना.राजकीय आयुर्वेद कालेज अस्पताल द्वारा स्वर्ण प्राशन की औषधि के बच्चों पर किए गए प्रयोग से निष्कर्ष निकाला गया कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए इसका सेवन बच्चो के लिए वरदान सिद्ध हो सकता है। जुलाई 2019 से अबतक लगभग 7000 बच्चों को दी गई है इस दवा की खुराक।
शुक्रवार को पुन: राजकीय आयुर्वेद कालेज अस्पताल द्वारा पुष्य नक्षत्र के दिन 586 बच्चो को स्वर्ण प्राशन की औषधि दी गई।इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डा॰ (प्रो•)संपूर्णानन्द तिवारी,अधीक्षक डा॰(प्रो॰)विजयशंकर दूबे,डा॰धनंजय शर्मा, के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर शिशु रोग प्रभारी डा(प्रो)अरविन्द चौरसिया,डा प्रज्ञा पुष्पांजलि,डा आशुतोष भारद्वाज, अगदतंत्र एवं विधिवैधक विभाग के एमडी शोधार्थी एवं कालेज के,सभी इन्टर्न तथा बहुत सारे छात्र उपस्थित धे।डा चौरसिया के अनुसार इस कार्यक्रम की शुरुआत जुलाई 2019 में की गयी थी,उसके बाद से अभी तक करीब 7000(सात हजार )से अधिक बच्चों को इसकी खुराक दी जा चुकी है।
अभिभावक से पूछताछ एवं शिशुओ के स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात देखा गया कि इस औषधि के सेवन से बच्चो के वजन,लंबाई मे आशातीत वृद्धि हुई तथा उसे कोई गंभीर बीमारी भी नही हुई,इस प्रकार यह रोगप्रतिरोधक क्षमता बढाने मे सहायक है।कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए इसका सेवन बच्चो के लिए वरदान सिद्ध हो सकता है।इस औषधि मे स्वर्ण भस्म के साथ ब्राह्मी घृत एवं मधु मिलाकर 6घंटे मर्दन के पश्चात इसे पिलाया जाता है। अभी तक इस औषधि को पिलाने के पश्चात कोई गंभीर उपद्रव नही देखा गया।
इसकी अगली खुराक दिनांक 25/11/21(गुरूवार)को दी जायेगी जिसका निबंधन 19/11/21 (शुक्रवार) से की जायेगी।पुराने बच्चो के अतिरिक्त 50 नये बच्चो का निबंधन किया जायेगा।निबंधन पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर होगा।बिना निबंधन के यह औषधि नही दी जायेगी।