तारापुर और कुशेश्वरस्थान में जदयू जमानत बचा ले तो उनकी उपलब्धि- चितरंजन गगन

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संवाददाता.पटना. राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि जमीनी हकीकत यह है कि तारापुर और कुशेश्वर स्थान में जदयू नेताओं को आमलोगों के बीच जाने का साहस नहीं हो रहा है । यदि जदयू उम्मीदवार की जमानत बच जाये तो यही उनके लिए उपलब्धि मानी जायेगी।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा राजद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर की गई टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि जदयू आत्मप्रवंचना का शिकार बन चुकी है और जमीनी हकीकत को नजरअंदाज कर अपने आप को धोखा दे रही है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी जी के शैक्षणिक योग्यता पर टिप्प्णी करना जदयू नेता के मानसिक दिवालियापन को हीं दर्शाता है। चुकी तेजस्वी जी द्वारा उठाये गए बेरोजगारी , महँगाई और जनता के मूल समस्यायों पर बोलने के लिए जदयू नेता के पास कोई शब्द और आँकड़े नहीं है । 16 वर्षों के एनडीए शासनकाल में बेरोजगारी का दर दुगुना से भी ज्यादा हो गया है । सरकार के विभिन्न विभागों में लगभग आठ लाख रिक्तियां पड़ी हुई है। चार लाख से ज्यादा तो केवल शिक्षकों के पद रिक्त है।वर्षों से चल रहा शिक्षक बहाली की प्रक्रिया तो पुरा हो हीं नहीं रहा है। स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण महकमे में डॉक्टर से लेकर तकनीशियन के पद 60 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक खाली है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि ललन सिंह जी को सबसे पहले तारापुर की जनता से माफी मांगनी चाहिए कि सरकार के नाकामियों की वजह से आज तारापुर मे उप चुनाव हो रहा है।तारापुर के विधायक मेवालाल चौधरी यदि व्यवस्था के खामियों का शिकार नहीं हुए रहते तो वे असमय हमलोगों को छोड़कर नहीं जाते और आज तारापुर की जनता को उप चुनाव नहीं देखना पड़ता ।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि कुछ बोलने के पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को सरकारी महकमे से फीडबैक ले लेना चाहिए था । जिस मदरसे शिक्षक की वे बात कर रहें है , महिनों से उनका वेतन लम्बित है । पिछले दस वर्षों से मदरसों को मिलने वाला सरकारी अनुदान बंद है। विधालयों में अघोषित रूप से उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक लगा दी गई है ।

 

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