संवाददाता.पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि विभाग कि ओर से शुरू किए गए मासिक परिवार नियोजन दिवस सफल रहा। पहली बार आयोजित परिवार नियोजन दिवस पर 67 हजार 191 दंपत्तियों ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। कोरोना के दहशत के बीच भी हजारों लोगों का अस्पतालों तक पहुंचना बताता है कि लोग परिवार नियोजन के प्रति शिक्षित और जागरूक हो रहे हैं।
श्री पांडेय ने बताया कि इस अभियान में स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई उपायों से दंपत्तियों को अवगत कराया गया, ताकि वह अपनी फैमिली प्लानिंग कर सकें। इसके अलावा उस दिन 7 हजार 523 आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां, 17 हजार 34 साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोलियां, 16 हजार 384 दैनिक गर्भनिरोधक गोलियां, 88 हजार 983 कॉन्डम वितरित किए गए। 3 हजार 160 गर्भनिरोधक सूई, 920 अंतरा कॉपर टी एवं 900 प्रसव पश्चात कॉपर टी लगाए गए।
श्री पांडेय ने बताया कि परिवार नियोजन को सफल बनाने के लिए मासिक परिवार नियोजन दिवस (21 तारीख) की शुरुआत की गई है। विशेष दिवस के दिन नियोजन संबंधी विकल्पों में से इच्छुक दंपत्ति किसी एक का चयन करते हैं, तो उन्हें सुविधा उपलब्ध कराने का सारा इंतजाम होगा। इसी तरह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह के नौ तारीख को स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की काउंसिलिग की गई है। प्रसव पूर्व जांच के लिये आने वाली महिला व उनके परिजन को नियोजन संबंधी उपायों के प्रति जागरूक करते हुए उनका पंजीकरण किया जायेगा।
श्री पांडेय ने बताया कि परिवार नियोजन को बढ़ावा देने से अनचाहे गर्भ के मामले, मातृत्व मृत्यु दर, नवजात मृत्यु दर और प्रसव में कठिनाई से जुड़े मामलों में कमी आएगी। आम लोगों की आसान पहुंच जब नियोजन से जुड़े संसाधनों तक होगी तो असुरक्षित गर्भपात के मामले, मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकेगी साथ ही महिला सशक्तीकरण के साथ ही सामाजिक और आर्थिक गति को तेज भी किया जा सकेगा।