संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए मॉ भगवती शीतला माता, बड़ी पटनदेवी एवं छोटी पटनदेवी की पूजा अर्चना की तथा उन्होंने दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर्व के शुभ अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी।
मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि दुर्गा पूजा एवं दशहरा का पर्व हर्ष एवं उल्लास का पर्व है। दशहरा पर्व को विजय पर्व के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। यह हमारे जीवन में संयम एवं आत्मिक बल का संचरण करनेवाला पर्व है।मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को आह्वान किया कि वे दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर्व को पारस्परिक सद्भाव, आपसी भाईचारा एवं शांतिपूर्ण तरीके से हर्षोल्लास के साथ मिल जुलकर मनायें।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितान्त आवष्यक है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा उपाय सोषल डिस्टेसिंग है। बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग जरूर करें।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधार को नवरात्रा पर्व की महाअष्टमी के दिन अगमकुआँ स्थित शीतला माता मंदिर जाकर माँ शीतला देवी, पटना सिटी स्थित बड़ी पटनदेवी मंदिर एवं छोटी पटनदेवी मंदिर जाकर पूजा अर्चना की। पुरोहितों ने मंत्रोचार के साथ मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को विधिवत पूजा करायी। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मॉ शीतला देवी, मॉ बड़ी पटनदेवी एवं मॉ छोटी पटनदेवी से राज्य की सुख समृद्धि, शांति और प्रगति की कामना की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मारूफगंज स्थित श्री श्री बड़ी देवी जी तथा श्री श्री दलहट्टा देवी जी जाकर मों भगवती दुर्गा की भी पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मारूफगंज मारवाड़ी सेवा समिति द्वारा अंगवस्त्र, पाग एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। पूजा अर्चना के दौरान शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पटना रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजय सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक उपेन्द्र शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
पूजा अर्चना के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग महाअष्टमी के दिन दर्शन करने के लिए यहां आते रहे हैं। पिछली बार कोरोना के कारण सबकुछ प्रतिबंधित था, जिसके कारण नहीं आ पाये थे। आज पुनः यहां आने पर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है।