संवाददाता.पटना. राज्य सरकार के भेदभावपूर्ण रवैए पर स्वास्थ्य संविदाकर्मियों में भारी असंतोष है।बिहार स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ ने राज्य सरकार से दुर्गा पूजा के पहले एक माह का अतिरिक्त मानदेय भुगतान करने की मांग करते हुए अनुरोध किया है कि स्वास्थ्य कर्मियों के बीच बिना भेदभाव के सभी कर्मियों को समान रूप से प्रोत्साहित किए जाएं ताकि भविष्य में भी किसी भी प्रकार के सरकार के अभियान में स्वास्थ्य संविदा कर्मी द्वारा भेदभाव पूर्ण रवैया का असर नहीं हो और सरकार का मिशन शत प्रतिशत कामयाबी के साथ राष्ट्रीय स्तर पर अव्वल दर्जे पर रहे।
बिहार राज स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ सचिव ललन कुमार सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, अपर मुख्य सचिव,स्वास्थ्य विभाग,कार्यपालक निदेशक,राजस्व समिति को पत्र भेज कर उपरोक्त मांग की है। वैश्विक महामारी नोवल कोरोनावायरस कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में वर्ष 21-22 में एक माह के मूल वेतन मानदेय समतुल्य प्रोत्साहन राशि के भुगतान का अनुरोध करते हुए श्री सिंह ने लिखा है कि कोविड टीकाकरण अभियान में संविदा कर्मियों की अग्रिम भूमिका रही है और बिहार पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है,लेकिन एक माह का भुगतान नहीं होने के कारण संविदा कर्मियों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।अतःअनुरोध होगा की दुर्गा पूजा के पहले 1 माह के अतिरिक्त मानदेय भुगतान करने की कृपा की जाए, इसके लिए संघ सदा आभारी रहेगा।
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी नोबेल कोरोना वायरस कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उत्कृष्ट कार्य किए जाने के उपलक्ष में राज्य सरकार ने एक माह का वेतन भुगतान राशि राज्य कर्मियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में भुगतान किया है, जिससे स्वास्थ्य कर्मियों में राज्य सरकार के प्रति पॉजिटिव माहौल बना है।दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नियुक्त संविदा स्वास्थ्य कर्मी को प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने के कारण संविदा स्वास्थ्य कर्मियों में असंतोष व आक्रोश व्याप्त है। बिहार स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में सभी संविदा कर्मियों ने मिलकर कोरोनावायरस कोविड-19, महामारी जैसे आपदा काल में मिलजुल कर जन सेवा की है बल्कि राज्य सरकार के निर्देश और संविदा कर्मी के द्वारा भी इमानदारी पूर्वक अपने दायित्व के निर्वहन करते हुए देश में प्रथम स्थान पर पहुंचाया है। ऐसी स्थिति में राज्य सरकार द्वारा सिर्फ नियमित कर्मियों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर स्वास्थ्य संविदा कर्मियों के मनोबल को तोड़ने का कार्य किया गया है इससे इनका मनोबल गिरा है।
बिहार राज स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के ललन कुमार सिंह, विकास शंकर, कौशलेंद्र शर्मा,अफरोज अनवर का कहना है कि नियमित एवं संविदा कर्मियों में भेदभाव का पूरे बिहार के संविदा कर्मियों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इस संबंध में संघ सक्षम प्राधिकार को कई बार अवगत कराते भी रहा है। संघ के द्वारा कोविड टीकाकरण अभियान में संविदा कर्मियों की अग्रिम भूमिका रही है और बिहार पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।लेकिन एक माह का भुगतान नहीं होने के कारण संविदा कर्मियों में भारी असंतोष है।