संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को गांधी मैदान के कारगिल चौक पर आयोजित कार्यक्रम में 422 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले गांधी मैदान से साइंस कॉलेज भाया पीएमसीएच डबल डेकर फ्लाईओवर का शिलान्यास किया और भूमि पूजन कर कार्यारंभ किया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पथ निर्माण विभाग को आज के डबल डेकर फ्लाईओवर के शिलान्यास और कार्यारंभ के लिए विशेष तौर पर बधाई देता हूं। शिलान्यास के साथ कार्य प्रारंभ होने से हमलोगों को काफी खुशी हुई है। हमसे पहले के वक्ताओं ने सभी चीजों के बारे में विस्तार से जानकारी दे दी है। हमने साइंस कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई की है। इस इलाके से हमारा छात्र जीवन से ही संबंध रहा है और पूरे जीवन भर हमारा लगाव रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में हमलोगों के सरकार में आने के बाद से लोगों को काफी सुविधायें दी गयी हैं। आवागमन में काफी सुविधा हुई है, कई प्रकार के निर्माण कार्य हुए हैं और लोगों का व्यापार बढ़ा है। अशोक राजपथ पर भीड़ को देखते हुये फ्लाईओवर का निर्माण जरूरी था। पी0एम0सी0एच0 को देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनाया जा रहा है। पी0एम0सी0एच0 की क्षमता 5400 बेड की होगी। इसको लेकर कार्य प्रारंभ हो गया है। डबल डेकर फ्लाईओवर के निर्माण से पी0एम0सी0एच0 आने वालों को काफी सहूलियत होगी। इस इलाके में कई कॉलेज हैं, वहां पढ़ने वाले छात्रों को भी काफी सहूलियत होगी। अशोक राजपथ पर सड़क का चौड़ीकरण संभव नहीं था, क्योंकि जगह कम है इसलिये डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण कराने की योजना बनी।
यह डबल डेकर फ्लाईओवर तीन सालों में बनकर तैयार हो जायेगा। पटना में कई फ्लाईओवर और आर0ओ0बी0 का निर्माण कराया गया है। 15 आर0ओ0बी0 बनकर तैयार हो गये हैं और 5 का निर्माण कार्य जारी है। पहले कंकड़बाग और दानापुर जाने में काफी परेशानी होती थी। फ्लाईओवर के निर्माण होने से अब लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत हुयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों को खुदाबख्श लाइब्रेरी से काफी लगाव है। हमने कह दिया है कि खुदाबख्श लाइब्रेरी के भवन से किसी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं होगी, इसके काम में कोई बाधा नहीं होनी चाहिये। खुदाबख्श लाइब्रेरी में 2006 के बाद हम कई बार गये हैं। पहले कितने मुख्यमंत्री वहां गये थे? उन्होंने कहा कि श्रद्धेय अटल जी की सरकार में जब केंद्र में मंत्री थे तो बख्तियारपुर 4 लेन सड़क का निर्माण कराया था। केन्द्र सरकार के सहयोग से बिहार में कई सड़कों, पुल-पुलियों को निर्माण कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी अपनी तरफ से और सड़कों और पुल-पुलियों के निर्माण कार्य में लगी है। हमलोगों का लक्ष्य है कि राज्य के किसी कोने से भी पटना आने में 5 घंटे से ज्यादा का वक्त नहीं लगे। हमलोगों का लक्ष्य सिर्फ निर्माण कराना ही नहीं है बल्कि उसका मेंटेनेंस कराना भी है। सरकारी भवनों, सड़क एवं पुल-पुलियों का मेंटेनेंस विभाग के द्वारा ही कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। विभाग के द्वारा मेंटेनेंस होने से काम जल्दी होगा। साथ ही विभाग में और अतिरिक्त भर्ती होने से लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की सुविधाएं एवं राज्य के विकास के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। सबको आवागमन में सहूलियत हो, पढ़ाई लिखाई में सुविधा हो, रोजगार के अवसर मिले, इसको लेकर हमारी सरकार संकल्पित है। बिहार तेजी से विकसित होगा तो देश की तरक्की में अपना योगदान और बेहतर तरीके से दे सकेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से पूरी दुनिया को नुकसान हुआ है। इससे हमारा देश और बिहार भी प्रभावित हुआ है। कोरोना का खतरा अभी भी बरकरार है, इससे सभी को सचेत रहना है। मास्क पहनना सभी के लिये जरूरी है। एक-दूसरे से दूरी बनाकर रहें और हाथ की सफाई करते रहें, बिना वजह घर से बाहर नहीं निकलें।
शिलान्यास कार्यक्रम के पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित पी0एम0सी0एच0 के मल्टी लेवल पार्किंग स्थल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जे0पी0 गंगा पथ से पी0एम0सी0एच0 को जोड़े जाने वाले मार्ग का भी स्थल निरीक्षण किया।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अमृतलाल मीणा ने पौधा एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया।कार्यक्रम के दौरान इस योजना से संबंधित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।
कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधान पार्षद नीरज कुमार, पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष पंकज कुमार पाल, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय कुमार सिंह, अभियंता प्रमुख हनुमान प्रसाद चौधरी, अभियंता प्रमुख नीरज सक्सेना सहित अन्य वरीय अधिकारीगण, अभियंतागण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।