संवाददाता.पटना.कार्डियोलॉजीकल सोसाइटी ऑफ इंडिया(बिहार) द्वारा आयोजित 27वें वार्षिक सम्मेलन,कार्डियोकॉन-2021 में हार्ट ऑपरेशन से संबंधित नई सफल तकनीक की चर्चा हुई।नई तकनीक से वॉल्व बदलने के लिए अब हार्ट खोलने की जरूरत नहीं है।इस मोके पर सीएसआई के बिहार चैप्टर का चुनाव हुआ जिसमें डॉ वीरेन्द्र प्रसाद सिन्हा को बिहार का अध्यक्ष चुना गया।
रविवार को आयोजित सम्मेलन में डॉ अशोक सेठ ने बताया कि हार्ट का वाल्व जो पहले ऑपरेशन से बदला जाता था अब कैथेटर के द्वारा नस में तार डाल कर बदला जा सकता है।इसमें बहुत सफलता मिली है। आने वाले दिनों में यह सर्व सुलभ भी हो सकता है।इसमें मरीजों को अधिक दिनों तक अस्पताल में रहने की जरूरत भी नहीं पड़ती है।
सीएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केरल के डॉ पीपी मोहनन ने कहा कि केरल में हार्ट अटैक से मरनेवालों की संख्या काफी कम हो गई है।क्योंकि वहां आम लोगों से लेकर डॉक्टरों को जागरूक किया गया है।बताया गया है कि हार्ट अटैक के मरीजों को तुरंत पास के सेंटर में भेजें जहां प्राइमरी एंजियोप्लास्टी की सुविधा हो।उन्होंने बताया कि केरल के 143 विभिन्न अस्पतालों में कैथ लैब की सुविधा है।
इस मौके पर बिहार चैप्टर का चुनाव हुआ जिसमें डॉ वीरेन्द्र प्रसाद सिन्हा को बिहार का अध्यक्ष चुना गया।डॉ सिन्हा ने कहा कि राज्य की जनता के बीच सोसाइटी दिल की बीमारियों से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाएगी।
सम्मेलन में देश-विदेश के विशेषज्ञ शामिल हुए।इनमें डॉ अशोक सेठ,डॉ प्रवीण चंद्रा,डॉ मोहन नायर,डॉ राकेश यादव,डॉ आदित्य कपूर, डॉ एमके दास,डॉ पीपी मोहनन,डॉ देवब्रत राय,डॉ नवीन गर्ग,डॉ उल्लास एम पांडुरंगी,डॉ आरडी यादव,डॉ धीमान कहाली,इंग्लैंड के डॉ आशीष ठाकुर,डॉ मनोज मखानी,अमेरिका के डॉ अंजन सिन्हा,डॉ मिथिलेश दास,डॉ प्रेम रंजन सिन्हा,बांग्लादेश के डॉ सैदुर आरखान और डॉ अतहर अली प्रमुख थे।
सम्मेलन के आयोजकों में डॉ डीपी सिंह,डॉ एसएस चटर्जी,डॉ बीपी सिंह,डॉ वीपी सिन्हा,डॉ बीबी भारती,डॉ एके झा,डॉ अरविन्द,डॉ विपिन,डॉ निशांत त्रिपाठी और डॉ अभिनव भगत शामिल थे।