संवाददाता.पटना. देश के 8 राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कालेजों में पहली बार हिंदी, बांग्ला, मराठी सहित 11 भारतीय भाषाओं में पढाई इसी शैक्षणिक सत्र से प्रारम्भ हो रही है।भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (AICTE) ने इसके लिए अनुमति दे दी है। इस फैसले से बिहार के ऐसे छात्रों को भी इंजीनियर बनने का मौका मिलेगा, जो अंग्रेजी अच्छी न होने से निराश होते थे।यह जानकारी देते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील मोदी ने कहा कि यह पहल इंजीनियरिंग की पढाई को अंग्रेजी से आजादी दिलाने वाली है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा को बढावा देने पर जोर दिया, ताकि इंजीनियरिंग जैसे आधुनिक विषयों का ज्ञान प्राप्त करने में अंग्रेजी बाधक न बने।उनके मार्गदर्शन में तैयार नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित 4 राज्यों के 8 इंजीनियरिंग कालेज इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्यूटर साइंस जैसे 6 चुनिंदा विधाओं की पढाई हिंदी में करायेंगे। इसके लिए पाठ्य सामग्री हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में तैयार कर ली गई है।