संवाददाता.पटना.बाढ़ में नवनिर्मित सामुदायिक भवन के उदघाटन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ में विकास के कई कार्य किये गये हैं। कोरोना खत्म होने पर हम फिर से क्षेत्र में आयेंगे और जो भी कार्य किये गये हैं उनको देखेंगे। हमलोगों ने बाढ़ में शुरु से कई कार्य किये हैं। पहले क्या स्थिति थी और अब क्या स्थिति है इसकी जानकारी नई पीढ़ी को देने की जरुरत है। उन्होंने कोरोना के तीसरे फेज की संभावना की चर्चा करते हुए अगाह किया कि लोग इसको लेकर पूरी तरह से सतर्क एवं सचेत रहें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत डाकबंगला परिसर बाढ़ में नवनिर्मित सामुदायिक भवन का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को मालूम है कि बाढ़ से हमारा विशेष लगाव है। क्षेत्र के लोगों से हमेशा हम सम्पर्क में रहते हैं। एक-एक दिन में 12 किलोमीटर पैदल चलते थे, एक दिन तो हम 16 किलोमीटर तक पैदल चले थे। उन्होंने कहा कि हम बाढ़ से 5 बार सांसद रहे हैं। परिसीमन के कारण बाढ़ संसदीय क्षेत्र समाप्त होने से मुझे काफी दुख हुआ था। यहां की जनता ने हमें विशेष प्यार और स्नेह दिया है। यहां से पहली बार सांसद रहते हुए हम केंद्र में राज्य मंत्री बने । बाद में स्व0 अटल जी की सरकार में केंद्रीय मंत्री बने। केंद्र में मंत्री रहते हुए भी हम इस क्षेत्र में घूमते रहते थे। पूरे राज्य में पुल-पुलियों और सड़कों का निर्माण कराया गया है। बाढ़ में भी कई सड़कों और पुलों का निर्माण किया गया है। अब लोगों को पैदल चलना नहीं पड़ता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरनौत से विधायक रहते हुए हमने टाल क्षेत्र के विकास को लेकर प्रयास किया था। केंद्र में मंत्री रहते हुए टाल क्षेत्र की समस्याओं के समाधान की शुरुआत कराई थी। बाद में हमलोगों ने टाल क्षेत्र के विकास को लेकर कई योजनाएं बनाई, जिस पर काम किया जा रहा है। हमने डाकबंगला परिसर का निरीक्षण किया था और उसी समय निर्णय किया था कि मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत यहां सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जाए। आज इस नवनिर्मित सामुदायिक भवन का उद्घाटन हुआ है। सामुदायिक भवन के निर्माण होने से यहां के लोगों को काफी सहूलियत होगी। सामुदायिक भवन में 9 सुसज्जित कमरे और किचेन भी बनाये गये हैं। यहां सांस्कृतिक, वैवाहिक कार्यक्रमों के आयोजन में सुविधा होगी। लोग रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे।इसी परिसर में बहुद्देशीय सभागार भवन का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे जल्द से जल्द पूरा किया जाय। डाकबंगला का भी निरीक्षण कर लें। अगर लगता है कि उसे फिर से बनाये जाने की जरुरत है तो उस पर भी काम करें। बाढ़ अस्पताल के पुनर्निर्माण को लेकर भी योजना बनायें ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुल, सड़क एवं भवनों का सिर्फ निर्माण ही नहीं करवाया जा रहा है बल्कि उसके मेंटेनेंस की भी व्यवस्था की गई है। हम देश में आबादी में तीसरे नंबर पर हैं जबकि क्षेत्रफल में 12 वें स्थान पर हैं। बड़ी आबादी होने के बावजूद कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये गये हैं। कोरोना के तीसरे फेज की संभावना जताई जा रही है। लोग इसको लेकर पूरी तरह से सतर्क एवं सचेत रहें। केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। कोरोना की जांच भी तेजी से की जा रही है। प्रतिदिन हमने 2 लाख कोरोना की जांच करने को कहा है। अधिक से अधिक कोरोना की जांच होने से जिन संक्रमितों का पता चलेगा, उनका इलाज ससमय हो पायेगा और इसके फैलाव को रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि लोग मास्क का प्रयोग जरुर करें, आपस में दूरी बनाकर रखें और हाथ को धोते रहें। इससे कोरोना का फैलाव कम होगा।
कार्यक्रम को सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, विधान पार्षद नीरज कुमार, विधायक ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ज्ञानू एवं पूर्व विधान पार्षद रामचंद्र भारती ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला परिषद परामर्शी समिति की अध्यक्ष अंजू देवी, जिला परिषद परामर्शी समिति की उपाध्यक्ष ज्योति सोनी, मुख्य पार्षद नगर परिषद राजीव कुमार उर्फ चुन्ना जी, उप मुख्य पार्षद नगर परिषद परमानंद सिंह, जिला परिषद परामर्शी समिति के सदस्य विजय कुमार सिंह, जिला परिषद परामर्शी समिति की सदस्य सीता देवी, जदयू नेता शंकर सिंह, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह सहित अन्य पदाधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे।