संवाददाता.पटना.राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने स्पुतनिक वैक्सीन लेकर एक आदर्श प्रस्तुत किया है। और जो लोग भी सक्षम हैं उन्हें भी स्पुतनिक वैक्सीन ही लेना चाहिए, उन्हें मुफ्त वैक्सीन लेकर गरीबों का हकमारी नहीं करना चाहिए।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि भारत सरकार द्वारा कोवैक्सीन और कोविशील्ड के अलावा स्पुतनिक वैक्सीन की स्वीकृति दी गई है। कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण विदेशी संस्थाओं के सहयोग से देश में ही हो रहा है। पर देश में जितने वैक्सीन की आवश्यकता है उस अनुपात में कोवैक्सीन और कोविशील्ड का उत्पादन संभव नहीं है। इसलिए वैक्सीनेशन को गति देने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा रशियन वैक्सीन स्पुतनिक की स्वीकृति दी गई है। और भी कई विदेशी वैक्सीन को स्वीकृति देने की प्रक्रिया चल रही है। सरकारी अस्पतालों में कोवैक्सीन और कोविशील्ड का वैक्सीन निःशुल्क दिया जा रहा है। जबकि रशियन वैक्सीन स्पुतनिक को निजी अस्पतालों में कीमत लेकर दिया जाता है।
बिहार में वैक्सीनेशन की स्थिति अच्छी नहीं है। पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं रहने के कारण लोग वैक्सीन सेंटर से वापस लौटने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में यदि सक्षम लोग भी सरकार संचालित केन्द्रों पर जाकर मुफ्त मिलने वाली कोवैक्सीन और कोविशील्ड का वैक्सीन हीं लेंगे तो यह उन गरीबों की हकमारी होगी जो कीमत देकर स्पुतनिक वैक्सीन नहीं ले सकते।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि गरीबों का हकमारी करने वाले ही आज तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव द्वारा स्पुतनिक वैक्सीन लेने पर सवाल उठा रहे हैं।विदेशी और स्वदेशी का सवाल उठाने वाले को यह जानना चाहिए कि कोविशील्ड का निर्माण भी विदेशी संस्था ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका के सहयोग से हीं सीरभ इंस्टीट्यूट कर रही है। हालांकि इस तरह का बेतूका सवाल कर भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी और जदयू नेता नीरज कुमार ने केन्द्र सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है जिसके द्वारा स्पुतनिक वैक्सीन को भारत में स्वीकृति दी गई है। साथ ही उन्हें यह भी पूछना चाहिए कि अपने देश में बने वैक्सीन को दूसरे देशों में क्यूँ भेज दिया गया जो आज दूसरे देशों से वैक्सीन मंगवाना पड़ रहा है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा और जदयू नेताओं द्वारा जिस प्रकार लोगों को भ्रमित करने वाला बयान दिया गया है इससे तो टीकाकरण अभियान हीं प्रभावित होगी। उन्हें आम लोगों के जान की कीमत पर राजनीति नहीं करनी चाहिए चूंकि यह टीकाकरण लोगों के जीन्दगी से जुड़ा हुआ है।