संवाददाता.पटना.रोटरी चाणक्या पटना द्वारा दानापुर स्थित पदमश्री सुधा वर्गीज के वंचित समाज की बच्चियों के स्कूल में उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए एवं जागरूकता फैलाने के लिए पुनरुत्थान किए उपयोगिता वाहन का उद्घाटन किया गया। साथ ही नारी गुंजन संस्था के लिए कुछ जरूरत के सामान भी दिए गए।
रोटरी चाणक्या के अध्यक्ष रोटेरियन आशीष बंका, सचिव रोटेरियन संदीप चौधरी, रोटरी के बड़े भैया अश्वनी गुप्ता एवं समाज सेविका रोटेरियन डॉ नम्रता आनन्द की उपस्थिति में दलित बच्चियों में जीवन ज्ञान की रोशनी जलाने वाली दीदी को उनके स्कूल नारी गुंजन के लिए जरूरत के सामानों को दिया गया।
गौरतलब है कि वंचित समाज को इंसाफ दिलाने, उनके ऊपर हुए अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने वाली सुधा वर्गीज साइकिल वाली दीदी के नाम से विश्व विख्यात हैं। पेशे से वकील होने के कारण एक ख़ास वंचित समाज पर हुए अत्याचार के खिलाफ वो लड़ती रही है। दृढ़ निश्चयी महिला जिसने अपना घर छोड़कर इस समाज की लड़कियों को आगे बढ़ाने का जिम्मा लिया, जिससे दलित बच्चियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई, बेसहारा बच्चियों का सहारा बनकर, भैंस चलाने वाले,गोबर लिपने वाले हाथों में कलम देकर उन्हें सम्मान से जिंदगी जीना सिखाया। अनपढ़ दलित बच्चियों को नई दिशा देने के लिए साइकिल पर सवार होकर गांव-गांव घूमकर बेसहारा बच्चियों की दीदी ने कई मंजिलों को हासिल किया और पद्मश्री सम्मान से सम्मानित हुईं। जरूरतमंदों तक जरूरत के सामान पहुंचाने की कोशिश में हमेशा लगी दीदी का जीवन ही गरीबों कि सेवा है।
वाहन वितरण के इस मौक़े पर रोटरी चाणक्या के अध्यक्ष आशीष बंका ने कहा कि जब भी सुधा दीदी आपको मदद की जरूरत हो, रोटरी आपके लिए हमेशा तैयार खड़ा है।
रोटरी चाणक्या के सचिव संदीप चौधरी ने कहा सुधा दीदी के कार्यों की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है, सुधा दीदी ने जो कर दिखाया है उसे पाने में जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा उसे एक दृढ़ निश्चयी ही झेल सकता है। पूरा रोटरी चाणक्या सुधा दीदी के साथ है। रोटेरियन अश्वनी गुप्ता लगातार कई वर्षों से नारी गुंजन स्कूल के लिए जरूरत के सामान डोनेट करते आ रहे हैं।
शिक्षिका डॉ नम्रता आनंद ने कहा कुछ किए बिना ही जय जयकार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। नम्रता ने कहा सुधा दीदी ने वैसे समाज के लिए काम किया है जो समाज बहुत अधिक पिछड़ा हुआ है। वंचित समाज की बच्चियों को साक्षरता का दान देकर उनके जीवन में रोशनी लाने का जो बीड़ा उठाया वह सचमुच में सराहनीय है,अतुलनीय है, अनुकरणीय है। उन्होंने बेसहारा बच्चियों को सम्मान से जीना सिखाया इसके लिए भविष्य में जो भी सहयोग की जरूरत होगी रोटरी चाणक्या, दीदी जी फाउंडेशन एवं ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस सब सुधा वर्गीज दीदी के साथ हैं।