संवाददाता.पटना.स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को कहा कि बिहार जहां संक्रमण दर में देश में सबसे नीचे है, वहीं एक दिन में सर्वाधिक टीकाकरण करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। बिहार में केंद्र सरकार द्वारा टीके की आपूर्ति बढ़ाने पर श्री पांडेय ने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण तेज गति से कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यही नहीं स्वास्थ्य विभाग की यह बड़ी उपलब्धि है कि 24 घंटे में रिकार्ड 6 लाख 62 हजार 507 लोगों को टीकाकृत कर सभी राज्यों से आगे रहा। पिछले 24 घंटे में 45 से 59 वर्ष के 76 हजार 13 लोगों को प्रथम खुराक एवं 8 हजार 734 लोगों को दूसरा खुराक, 60 वर्ष से उपर 11 हजार 274 लोगों को प्रथम खुराक एवं 2 हजार 825 लोगों को दूसरा खुराक, 18 से 45 वर्ष के 5 लाख 51 हजार 703 लोगों को प्रथम खुराक एवं 10 हजार 607 लोगों को दूसरा खुराक दिया गया।
श्री पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य महकमा संभावित बाढ़ और उसके बाद उत्पन्न स्थिति से निपटने को लेकर अलर्ट मोड पर है। प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर सर्दी, खांसी, जुकाम, डायरिया एवं हैजा जैसी मौसमी बीमारियों पर प्राथमिक लगाम लगाने के लिए आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ता को पूर्व में ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों के सभी प्राथमिक और अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों पर सर्पदंश एवं एंटी रेबीज की दवाएं और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता बरकरार रखने को लेकर सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं, ताकि बाढ़ के बाद बरसाती बीमारियों से पीड़ित लोगों का बेहतर और शीघ्र उपचार हो सके। स्वास्थ्य विभाग किसी भी आपदा के समय लोगों को हरसंभव स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर मुस्तैद है। ऐसी हालत से निपटने के लिए विभाग को राज्य सरकार से आवश्यक सहयोग भी प्राप्त हो रहा है। राज्य मुख्यालय द्वारा सभी जिलों से प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद प्राथमिक एवं अतिरिक्ति स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति की लगातार अद्यतन जानकारी ली जा रही है।
श्री पांडेय ने कहा कि मानसून के प्रवेश करते ही सूबे की कई नदियां अपना रौद्र रूप दिखाने लगी हैं। गंडक, बूढ़ी बंडक, महानंदा, कमला, बलान, बागमती और कोसी के उफान पर रहने के कारण उत्तर बिहार के चंपारण से लेकर मिथिलांचल और कोसी के कई जिलों में बाढ़ की संभावना बन गई है। ऊपर से नेपाल के तराई क्षेत्रों से लगातार पानी के प्रवाह से नेपाल सीमा पर स्थित बिहार के कई गांवों में स्थिति गंभीर होती जा रही है। इस स्थिति में स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रभावित क्षेत्रों पर नजर बनाये हुआ है।