संवाददाता.पटना. बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी एक्ट-2021 के संबंध में अधिकारियों को गहन विचार विमर्श करने और स्थल भ्रमण करने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित हो जाने से राज्य में खेलों को काफी बढ़ावा मिलेगा और छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पोर्टस यूनिवर्सिटी में नामांकन में न्यूनतम एक तिहाई सीट छात्राओं के लिए आरक्षित की जाए। इससे स्पोर्ट्स की तरफ छात्रायें और अधिक प्रेरित होंगी और उनकी संख्या भी बढ़ेगी।
बुधवार को मुख्यमंत्री के समक्ष 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के संबंध में प्रस्तावित विधेयक का प्रस्तुतीकरण दिया गया।कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव वंदना किनी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी एक्ट-2021 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
प्रस्तुतीकरण के अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के संबंध में प्रस्तावित विधेयक के कुछ बिन्दुओं पर और गहन विचार-विमर्श करने की आवश्यकता है। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि शीघ्र ही इस पर गहन विचार-विमर्श एवं स्थल भ्रमण कर पुनः प्रस्तुत किया जाय। विकास के कई कार्य करने के साथ-साथ खेलों को प्रोत्साहित करने के लिये भी कई कदम उठाये गये हैं। राजगीर में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनाया जा रहा है। राजगीर में स्पोर्ट्स एकेडमी का निर्माण कराया जा रहा है, जहाँ खेलों में अभिरूचि रखने वाले छात्रों को प्रशिक्षित किया जायेगा और स्पोर्ट्स के विभिन्न आयामों की जानकारी दी जायेगी।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार,मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री आलोक रंजन, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव वंदना किनी सहित अन्य वरीय अधिकारी जुड़े हुए थे।