संवाददाता.पटना.लगभग 50 वर्षों तक पत्रकारिता जुड़े रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार एवं इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (IFWJ ),बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद सिंह का असामयिक निधन हो गया है| इनका निधन पत्रकारिता जगत खासकर बिहार की पत्रकारिता में अपूरणीय क्षति है|
उनके असामयिक निधन की सूचना पाकर इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट IFWJ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के जाने माने पत्रकार के. विक्रम राव ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शशि भूषण बाबू का जाना हमारे लिए अपूरणीय क्षति है। वे बिहार के ही नहीं पूरे देश में हमारे कार्यकर्ताओं के हौसला अफजाई किया करते थे। आज संगठन ने एक मजबूत साथी को खो दिया है।
रेलवे फेडरेशन के शिव गोपाल मिश्र ने अपने सन्देश में कहा है कि शशि बाबू पत्रकारिता जगत के स्तंभ थे | संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विपिन धूलिया ,उपाध्यक्ष उपेंद्र सिंह राठौर (राजस्थान ), मो.सिद्दकी एवं विशुनदेव राव ( उत्तर प्रदेश ),अरविन्द अवस्थी ( छतीसगढ़ ),वेणुधर पांडा ( उड़ीसा),शालमान खान ( मध्य प्रदेश ),राजीव रंजन नाग ( दिल्ली ) अमित रॉय ( कोलकाता ), मो.शमीम ,प्रदीप जैन,हबीब अख्तर,विपि मिश्र,पुनीत ओझा आदि ने अपने शोक सन्देश में कहा है कि उनका संगठन के साथ-साथ हमारे निजी जीवन में भी उनका बहुमूल्य योगदान रहा है।समय-समय पर एक अच्छे अभिभावक एवं मार्गदर्शक के रुप में उन्होंने हमें प्रेरित किया है।
यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहन कुमार ने कहा कि शशि भूषण बाबू का जाना संगठन के साथ साथ व्यक्तिगत हमारे लिए भी अपूरणीय क्षति है। आईएफडब्ल्यूजे, बिहार इकाई के प्रदेश अध्यक्ष डॉ ध्रुव कुमार,प्रदेश महासचिव सुधीर मधुकर,प्रमोद दत्त,मुकेश महान,सूरज कुमार पाण्डेय,प्रदीप उपाध्याय,रामनरेश ठाकुर,अभिजीत पाण्डेय,महेश प्रसाद,वीणा बेनीपुरी,प्रभाषचन्द्र शर्मा,गंगा प्रसाद,सत्यनारायण चतुर्बेदी,हेमंत सिंह आदि ने कहा कि शशि भूषण बाबू एक पत्रकार ही नहीं, पथ-प्रदर्शक भी थे | पत्रकारों के हित के लिए किसी भी हद तक संघर्ष के लिए हमेशा तैयार रहते थे | उम्र के अंतिम पड़ाव में भी, वे पत्रकार हित की लड़ाई लड़ते रहे। असमय उनका जाना निश्चित ही हमें कमजोर कर गया है। परंतु उनकी जीवंत कृत्य हमें मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। इस दुख की घड़ी में ईश्वर उनके परिवार को सहन शक्ति प्रदान करें।