प्रतिभा और प्रयास के दम पर राहुल को मिली सफलता

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संवाददाता.खगौल. कहते हैं की मेहनत हमेशा रंग लाती है। देर से ही सही पर इंसान को उसके मेहनत का फल ज़रूर मिलता है। बीपीएससी की परीक्षा में हर साल लाखों छात्र भाग लेते हैं। इसका सफर बेहद कठिन होता है, लेकिन हर साल कुछ ऐसे छात्र-छात्रा जरूर मिलते हैं जो कई प्रयास के बाद भी हिम्मत नहीं हारते और इस परीक्षा को क्लीयर करते हैं।ऐसा ही एक नाम है राहुल कुमार का।

राहुल कुमार ने अपनी सफलता के बारे में बताया की उन्होंने बचपन से ही प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना देखा था जो आज उनकी कड़ी मेहनत और परिवार वालों के सहयोग और लगातार प्रोत्साहन के कारण पूरा हो गया। राहुल ने स्थानीय सेंटकेरेंस और डीएवी स्कूल वाल्मी से प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त की | राहुल कुमार ने बताया कि वह अपने कॉलेज में भी टॉप-3 छात्रों में रहे हैं। इसके लिए कॉलेज में भी उन्हें कई बार सम्मानित किया गया था।

राहुल ने बताया कि वह जयपुर इंजीरिंग कॉलेज से मेकनिकल में बीटेक भी किया है | कई सारी परीक्षाएं जैसे गेट ,इंडियन आर्मी, एसएसबी भी दी और इनमें से कुछ परीक्षा में सफलता प्राप्त की। इसी दौरान उन्होंने बीपीएससी की परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी जिसमें बीपीएससी 63वें अंतिम रूप से चयनित नहीं हो पाए। लेकिन राहुल ने हार नहीं माना और फिर से जमकर तैयारी की और बीपीएससी 64वें में सफलता प्राप्त कर ही दम ली।

राहुल बताते हैं- वह हर दिन 5-6 घंटे लगातार पढ़ाई करते थे और साथ ही लिख कर अभ्यास करने में ज्यादा विश्वास रखते थे। इन्होने कहा कि सफलता और असफलता के लिए किसी को दोष देना सही नहीं होगा,मायने रखता है कि आप ने सफलता के लिए कितना परिश्रम ईमानदारी से आत्मविश्वास के साथ किया है | उन्होंने अपनी इस परिश्रम के दौर में अपने जीजा जी को अपना गुरु माना है। साथ ही राहुल ने इस के लिए अपने पिता उमा प्रसाद गुप्ता ,बड़े पापा रामस्वरूप गुप्ता,माँ सुशीला देवी के साथ दादा और दादी का दिया हुआ आशीर्वाद मानता है |  खास कर तैयारी को लेकर छोटी बहन इंजी.अंजली ( शिपू ) गुप्ता का श्रेय देना नहीं भूलूंगा जो हर हमेशा मेरे सामने दीवार बन कर खड़ा रहती थी कि भैया लगे रहना है , इस बार सफलता जरुर मिलेगी |  इन्हीं लोगों के बदौलत आज मुझे मंजिल मिला है | पर मुझे इस से भी आगे जाना है | राहुल ने कहा मुझे पुलिस प्रशासनिक विभाग में सेवा देनी है | मेरा हर संभव प्रयास होगा सब से पहले की छवि में सुधार लाना,महिलाओं के साथ-साथ सबों का सम्मान,समुचित न्याय दिलाना और किसी को वेवजह परेशान नहीं किया जाना होगा |

 

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