संवाददाता.पटना. ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन योजना को शीघ्रता से क्रियान्वित करने का अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इससे राज्य के सभी शहरों की स्वच्छता और बढ़ेगी। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा। कोरोना संक्रमण की स्थिति कम होने के उपरांत इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर जाकर मुआयना भी करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित संवाद में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नगर विकास एवं आवास विभाग की समीक्षा बैठक की।समीक्षा के दौरान नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से नगर विकास एवं आवास विभाग की महत्वाकांक्षी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बिहार म्यूजियम और पटना म्यूजियम के बीच सब-वे कनेक्शन, मीठापुर तालाब परियोजना तथा सात निश्चय पार्ट-2 के तहत स्वच्छ शहर एवं विकसित शहर के अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर विस्तृत जानकारी दी।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का पहला इंटरनेशनल म्यूजियम पटना में ‘बिहार म्यूजियम’ बनाया गया। पहले से बनाए गए पटना म्यूजियम का विस्तारीकरण कर उसे और भी बेहतर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार म्यूजियम और पटना म्यूजियम अंडर ग्राउंड कनेक्टेड होगा, जो अपने आप में यूनिक होगा। जो प्रपोज एलाइनमेंट दिखाया गया है, यह बढ़िया है। इसमें सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना है। दोनों म्यूजियम की आपस में कनेक्टिविटी से बिहार के पुराने इतिहास को और बेहतर ढंग से समझने में सहुलियत होगी और विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि मीठापुर तालाब परियोजना का कॉन्सेप्ट भी बेहतर है। तालाब के चारो तरफ अधिक से अधिक वृक्ष लगाएं ताकि पूरा क्षेत्र हरियालीयुक्त हो।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री सह नगर विकास एवं आवास मंत्री तारकिशोर प्रसाद, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव वंदना किनी, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल सहित अन्य वरीय अधिकारी जुड़े हुये थे।