ग्रामीण सड़कों के मेनटेनेंस को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही न हो- मुख्यमंत्री

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संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण सड़कों का निरीक्षण कार्य ठीक ढंग से हो, इसके लिये पथों का मेनटेनेंस विभाग द्वारा ही करायें। विभागीय स्तर पर चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर तक निरीक्षण कार्य पूरे मनोयोग के साथ करें। अनुरक्षण कार्य की गुणवता सुनिचित करें। विभाग के द्वारा अनुरक्षण कार्य कराये जाने से खर्च में भी कमी आयेगी और कार्य की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलेगा। जिन पथों के 5 वर्षीय मेनटेनेंस की जिम्मेवारी संवेदकों को दी गयी है उनकी भी सतत् निगरानी करते रहें। इंजीनियर एवं वरीय पदाधिकारी फील्ड विजिट करते रहें ताकि सड़कों के मेनटेनेंस को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही न हो।

मंगलवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देशदिया।बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से ग्रामीण पथों के अनुरक्षण कार्य की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। प्रस्तुतीकरण के दौरान प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राज्य योजना एवं राज्य पूरक कोर नेटवर्क के अनुसार बसावटों की संपर्कता की अद्यतन स्थिति, योजनावार ग्रामीण सड़कों के निर्माण की अद्यतन स्थिति, छूटे हुये बसावटों/टोलों की विवरणी, ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम, अनुरक्षण की कार्य योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि सड़कों का बेहतर निर्माण करने के साथ-साथ उसका ठीक ढ़ंग से रखरखाव करना भी हमलोगों का उद्देय है। सड़कों की मेंटेनेंस पलिसी को लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के दायरे में लाया गया है ताकि सड़कों के रखरखाव संबंधी लोगों की शिकायतों का निवारण हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सुलभ संपर्कता प्रदान करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। हर गांव और हर टोले को सड़क से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा टोला/बसावटों को संपर्कता प्रदान करने के लिए तेजी से काम करें ताकि कोई टोला/बसावट छूटे नहीं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना तथा ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के अंतर्गत छूटे हुए कार्यों को तेजी से पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि सड़कों के उन्नयन एवं उनके चैड़ीकरण के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करें। मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के अंतर्गत बने पुलों का निरीक्षण एवं मेंटेनेंस तो हो ही, नए निर्मित पुलों, जिनका एप्रोच कार्य बाकी है उसे भी ठीक करायें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय-2 के अंतर्गत सुलभ संपर्कता प्रदान करने हेतु जो सर्वे कराये गये हैं उनकी अच्छी तरह से वेरीफिकेशन करवा लें। ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों का एक्सपेंशन एवं उनका बेहतर मेनटेनेंस होने से सड़कें तो अच्छी दिखेंगी ही, इससे आवागमन भी सुलभ होगा। विभागीय इंजीनियरों द्वारा अच्छे ढ़ंग से सड़कों का मेंटेनेंस किये जाने पर उनकी समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सड़कों के बेहतर मेनटेन रहने से हम सबको भी आत्मसंतुष्टि होगी।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल सहित ग्रामीण कार्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी एवं अभियंता जुड़े हुये थे।

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