संवाददाता.पटना.भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि बायसी में महादलित समुदाय के साथ हुए जघन्य काण्ड पर सरकार ने जिस तरह से त्वरित कारवाई की है, वह काफी सराहनीय है. इससे एक बार फिर यह साबित हो गया है कि सुशासन की यह सरकार कानून व्यवस्था से किसी तरह की छेड़खानी बर्दाश्त नहीं करने वाली. लेकिन अब इस घटना की फ़ास्ट ट्रैक जांच होनी चाहिए, जिससे गरीब महादलितों के साथ अमानुषिक कृत्य करने वाले सभी अपराधी जल्द से जल्द अपने अंजाम तक पहुंचे.
उन्होंने कहा कि यह नृशंस काण्ड करने वाले लोग साधारण नहीं है. जिस तरह से उन्होंने खुलेआम दादागिरी दिखाते हुए इस घटना को अंजाम दिया है वह क्षेत्र में इनके रसूख को दिखाता है. इस बात की प्रबल संभावना है कि यह इलाके में अपने दबदबे के बूते पीड़ितों और गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास कर सकते हैं. इसलिए इन महादलितों को न्याय दिलाने के यह जरूरी है कि इस घटना की तेज सुनवाई हो,जो फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट से ही संभव है.स्थानीय प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि प्रारंभ में स्थानीय प्रशासन ने जिस ढंग से इस मामले को दबाने का प्रयास किया उससे प्रतीत होता है कि उनके ऊपर कोई दबाव डाल रहा था. सरकार को इसकी भी जांच करानी चाहिए कि उनपर पर दबाव डालने वाले कौन हैं और किसके इशारे पर यह किया जा रहा था.
श्री रंजन ने कहा कि दलित वर्ग में भी सबसे गरीब माने जाने वाले इन महादलित समुदाय के लोगों पर हुए इस अमानवीय अत्याचार पर राजद, कांग्रेस जैसे दल जिस तरह से आंखे मूंदे और जुबान सिले खड़े हैं उससे साफ़ पता चलता है कि इनके मन में महादलितों के लिए कोई ममता नहीं है. जाति और धर्म की राजनीति करने वाले इन दलों के इतिहास में झांके तो उस समय दलितों का नरसंहार होना आम खबर थी. यह तब भी दलितों का सम्मान नहीं करते थे और आज भी इनका यही रवैया है. वोटबैंक की राजनीति करने वाले इन लोगों के लिए दलितों की जान का कोई महत्व नहीं है.