जापानी इंसेफ्लाइटिस के लिए वैक्सीनेशन,हीट वेव के लिए अलर्ट पर रहने का सीएम का निर्देश

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संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जापानी इंसेफ्लाइटिस के लिए बचे तीन जिलों कैमूर, खगड़िया एवं बेगूसराय में वैक्सीनेशन कार्य तेजी से पूर्ण करें। हीट वेव से प्रभावित होने वाले जिले पूरी तरह अलर्ट पर रहें। इस संबंध में पूर्व में दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिचित करें तथा अस्पतालों में हीट वेव से प्रभावित लोगों के इलाज के लिये चिकित्सा व्यवस्था सुढ़ रखें। हीट वेव से बचाव के लिये लोगों को जागरूक करते रहें। कालाजार उन्मूलन के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। कालाजार मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की कोताही न बरतें।

बुधवार को 1 अणे मार्ग स्थित संवाद में वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एईएस, जेई,हीटवेब तथा कालाजार को लेकर की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह निर्देश दिया।समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से एईएस (एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम), जेई (जापानी इंसेफ्लाइटिस), हीट वेव तथा कालाजार की जिलावार अद्यतन स्थिति एवं उसके बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, सारण, सीवान, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, गया, औरंगाबाद, नवादा, जहानाबाद तथा नालंदा जिले के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में एईएस, जेई, हीट वेव तथा कालाजार की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया। मुजफ्फरपुर के पूर्व जिलाधिकारी एवं वर्तमान में पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने मुजफ्फरपुर जिले में एईएस से बचाव के लिए शुरु किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी।

मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी ने एईएस की जिले में अद्यतन स्थिति के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले के एईएस से विशेष रुप से प्रभावित पांच प्रखंडों में सोशियो इकोनमिक सर्वे कराया गया जिसके आधार पर कई योजनाएं क्रियान्वित की गईं, जिसका लाभ इस बीमारी से बचाव में मिल रहा है। गरीबों के 75 प्रतिशत घर बना लिए गए हैं और बाकी बचे घरों का निर्माण तेजी से पूरा किया जा रहा है। सभी लोगों के राशन कार्ड बनाये जा रहे हैं। हर घर नल का जल योजना पूरी की गई है। नए आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए हैं। बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर 200 ग्राम दूध का पैकेट उपलब्ध कराया जाता है। एईएस से बचाव के लिए पीएचसी में भी तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी लोगों को एईएस के संबंध में जागरुक किया किया जा रहा है।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि एईएस से प्रभावित जिलों में प्रोटोकल के अनुसार इलाज हेतु सुढ़ व्यवस्था बनाए रखें। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने पर विशेष ध्यान दें। उनके परिवारों को बताएं कि कोई भी बच्चा रात में भूखा न सोए, इस बीमारी के कुछ भी लक्ष्ण दिखें तो जल्द से जल्द अस्पताल जाएं ताकि उनका समय पर इलाज हो सके। पिछले वर्ष एईएस प्रभावित मुजफ्फरपुर के पांच प्रखण्डों में सोशियो इकोनमिक सर्वे के आधार पर जो कार्य किये गये थे, उसे एईएस प्रभावित सभी जिलों में क्रियान्वित करें। इन प्रभावित क्षेत्रों में योग्य सभी लाभुकों का आवास प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना/मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना से शीघ्र बनायें ताकि उनके बच्चे इस बीमारी से सुरक्षित रह सकें। सतत् जीविकोपार्जन योजना का लाभ भी इन प्रभावित क्षेत्र के लोगों को अवश्य दिलाएं। सभी प्रभावित लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए सभी जरुरी कदम उठाएं, इसके लिए राशि की कमी नहीं होने दी जाएगी।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, प्रधान सचिव चंचल कुमार,  मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री  रेणु देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सहित संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त तथा जिलों के जिलाधिकारी जुड़े हुए थे।

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