प्रमोद दत्त.
पटना.कभी लालू बिग्रेड में लगभग एक दर्जन विधायक होते थे.साधु-सुभाष के नेतृत्व वाले लालू-बिग्रेड के निशाने पर तत्कालीन प्रतिपक्ष के नेता सुशील मोदी होते थे.कई बार सदन के अंदर सुशील मोदी के खिलाफ बांहे चढाकर,धमकी देकर बिग्रेड के सदस्यों ने मोदी को चुप रहने की चेतावनी भी दी थी.लेकिन आज लालू-बिग्रेड का स्वरूप तो बदल गया लेकिन निशाने पर वही पुराने दुश्मन सुशील मोदी ही हैं.
सुशील मोदी भी सत्ता में रहें या सत्ता से बाहर उनके निशाने पर भी लालू परिवार ही रहा है.जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनी तब लालू परिवार की अवैध संपत्ति,खासकर तेजस्वी की संपत्ति का मामला उठाकर सरकार गिरने का प्रमुख कारण बना दिया.फिर एनडीए की सरकार बनी और सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री बने तब प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के हमले का जवाब लालू परिवार की अवैध संपत्ति से देते रहे.अब श्री मोदी बिहार सरकार का हिस्सा नहीं हैं,वे भाजपा के राज्यसभा सदस्य हैं लेकिन प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा सरकार पर किए जा रहे हमले के जवाब में अवैध संपत्ति को सामने ले आते हैं.
अब लालू-बिग्रेड में लालू परिवार के ही सदस्य अधिक हैं.तेजस्वी यादव,तेज प्रताप के अलावा लालू प्रसाद की बेटियों,मीसा भारती व रोहणी आचार्या ने भी मोर्चा संभाल लिया है.ताजा मामला प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में कोविड केयर सेंटर बनाने को लेकर है. सोशल मीडिया में इसपर बवाल मचा है.सुशील मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि तेजस्वी को अपने अवैध मकानों में कोविड केयर सेंटर खोलना चाहिए। उनकी दो बहन एमबीबीएस हैं, कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएं क्यों नहीं ली गईं? इसके जवाब में रोहिणी ने लिखा- आज के बाद मेरा या मेरी बहनों का नाम लिया तो आकर मुंह ठूर (तोड़) देंगे.
सुशील मोदी के बयान पर लालू-बिग्रेड एकदम से भड़क गई.सुशील मोदी ने बुधवार को कई ट्वीट किए-जिसमें यह भी लिखा कि तेजस्वी यादव को सरकारी आवास के बजाए अवैध तरीके से पटना में बनाए दर्जनों मकानों में से किसी को कोविड अस्पताल बनाना चाहिए था, जहां गरीबों का मुफ्त में इलाज होता. उन्होंने यह भी लिखा कि कांति देवी ने मंत्री बनने के बदले जो दो मंजिला भवन तेजस्वी यादव को गिफ्ट किया था उसमें या राबड़ी देवी के पास जो 10 फ्लैट बचे हैं उनमें अस्पताल क्यों नहीं खोला गया?
भाई तेजस्वी यादव पर उठ रहे सवालों पर रोहिणी आचार्या ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.उन्होंने कहा, ‘ई त ऐकर किस्मत आज अच्छा बांटे नहीं तो हम उहां रहतीं त इनका आज अच्छे से इलाज कर देती! रोहिणी ने आगे लिखा, ‘कान खोल कर सुन ले ये जनता की दी हुई है, जो मेरा भाई जनता के नाम समर्पित कर सेवा करना चाह रहा है.तुम्हारे तरह नहीं कि जनता के पैसे पे अपने ऐश कर रहा है. जो चोर दरवाजा से हर बार हासिल करता है. हिम्मत है तो जनता द्वारा चुन कर आ.’ रोहिणी का गुस्सा यहीं नहीं थमा है उन्होंने कहा कि ई थेथर है सुधरेगा नहीं, जब तक बिहार की बेटियों से थुराएगा नहीं.
विवाद तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में 50 बेड का कोविड केयर सेंटर शुरू करने को लेकर है.उन्होंने इस सेंटर को चलाने की इजाजत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख कर मांगी है. लेकिन जदयू और भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के बयानों ने साफ कर दिया है कि सरकारी आवास में कोविड केयर सेंटर चलाने की अनुमति तेजस्वी यादव को नहीं दी जाएगी.