पीएम केयर्स की मदद से देश में तीन गुना ज्यादा वेंटिलेटर्स उपलब्ध- राजीव रंजन

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संवाददाता.पटना.पीएम केयर्स फंड की सफलता के बारे में बताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि पिछले साल जब कोरोना ने देश में पहली बार अपने कदम रखे थे, उस समय देश में पर्याप्त वेंटिलेटर तक नहीं था.पूरे देश के सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध वेंटिलेटरों की संख्य़ा महज 16,000 हजार थी.लेकिन प्रधानमन्त्री मोदी की दूरदर्शिता और देशवासियों के सहयोग से कोरोना जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए बने पीएम केयर्स फंड के कारण आज यह संख्या तीन गुणी से अधिक हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स फ़ंड से दो हज़ार करोड़ की रक़म से 50 हज़ार ‘मेड इन इंडिया’ वेंटिलेटर्स का ऑर्डर दिया गया,  इससे देश के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में वेंटिलेटर की उपलब्धता 60 हजार से अधिक हो गयी. यह सारे वेंटिलेटर पीएम केयर्स और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं. आंकड़ो के मुताबिक भारत में कोरोना महामारी के दस्तक देने और पीएम केयर्स फंड स्थापित किये जाने के बाद से अभी तक देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 43,800 से अधिक वेंटिलेटर आवंटित किए जा चुके.
कांग्रेसी राज्यों पर वेंटिलेटरों के दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के प्रति दुर्भावना के के कारण कई गैर-भाजपा सरकारें पूरे वेंटिलेटर का उपयोग नहीं कर रही है. पंजाब और महाराष्ट्र सरकार तो केंद्र सरकार के प्रयास को विफल साबित करने के लिए वेंटिलेटर में मीन-मेष निकालने में जुटी है. उन्होंने कई वेंटिलेटर को खराब बताया है जबकि बहुत कम बदलाव के साथ सारी मशीनें काम कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट काल में जहां रोज सैकड़ों मरीज दम तोड़ रहे हैं लोग यह जानकर सन्न रह जाएंगे कि पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड के ज्यादातर अस्पतालों में या तो ये वेंटिलेटर अभी तक इंस्टॉल ही नहीं किए गए हैं या फिर स्टाफ की जरूरी ट्रेनिंग तक नहीं हुई है. अभी तक इन राज्यों के कई अस्पतालों में या तो यह वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं या अभी तक डिब्बों में ही पैक हैं. कोरोना संकट काल के एक साल के दौरान कांग्रेसी राज्यों ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर कोई काम नहीं किया, लेकिन उल्टे अपनी नाकामी पर से ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार पर उल्टे-सीधे आरोप लगा रहे हैं.

 

 

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