“नर सेवा नारायण सेवा” रही है हमारी सांस्कृतिक विरासत,
20 मई को संपूर्ण भारत में अनुष्ठान पूर्वक आराधना
संवाददाता.पटना.विश्व हिंदू परिषद,पटना क्षेत्र (झारखण्ड-बिहार) ने कोविड-19 महामारी को देखते हुए सेवा कार्यो की समीक्षा ई-बैठक के माध्यम से की गई।बैठक को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा हमारी परिकल्पना “नर सेवा नारायण सेवा” की रही है, यही हमारी सांस्कृतिक विरासत है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को कोविड-19 के दिशा-निर्देश को पालन करते हुए ऑक्सीजन उपलब्ध कराने, एंबुलेंस, राशन, भोजन, संक्रमित शवों का दाह- संस्कार करने में सहयोग प्रदान करने की अपील की।
उन्होंने कई सम्मानित कार्यकर्ताओं एवं आम जनता के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस महामारी के संकट से मुक्त होने के लिए 20 मई को संपूर्ण भारत में अनुष्ठान पूर्वक आराधना किया जाएगा। उन्होंने इस क्षेत्र के समस्त हिन्दू जनमानस से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी का प्रकोप खत्म हो एवं असामयिक निधन कार्यकर्त्ता एवं जनता के आत्मा को सद्गति प्राप्त हो ऐसी संकल्प लेकर अपने-अपने घरों में अपने-अपने अराध्य देवों का अनुष्ठान पूर्वक आराधना करें, हनुमान चालिसा पाठ करें, महाआरती करें।
पश्चिम बंगाल की स्थिति चिंता प्रकट करते हुए उन्होंने कहा पश्चिम बंगाल की स्थिति आज कश्मीर की जैसी हो चुकी है। वहां के हिंदू को पलायन के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनके घरों को जलाया जा रहा है। दुकानों, घरों, प्रतिष्ठानों को लूटा जा रहा है। मां बहनों पर दुर्व्यवहार/अत्याचार किया जा रहा है। धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जा रहा है।आज वहां के प्रशासन मूकदर्शक बनते हुए टीएमसी एवं जिहादी गुंडों के समक्ष घुटने टेके हुए हैं। उन्होंने कहा संपूर्ण भारत के हिंदुओं को सजग होकर इस विषय पर गहरी चिंतन करना चाहिए तथा उनके सहयोग के लिए आगे आना चाहिए।
दक्षिण बिहार प्रांत मंत्री परशुराम कुमार ने बताया कि ई-बैठक में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल एवं दुर्गा वाहिनी के आवासीय कार्यकर्ता विकास वर्ग 15 मई से 15 जून के बीच आयोजित करने तथा 21 मई को दुर्गा वाहिनी की बहनों के द्वारा सीता नवमी कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में क्षेत्र संगठन मंत्री आकारपु केशव राजू, क्षेत्र मंत्री वीरेंद्र विमल, दक्षिण बिहार प्रांत मंत्री परशुराम प्रसाद, झारखंड प्रांत संगठनमंत्री देवी सिंह, अशोक श्रीवास्तव, गिरजा शंकर पांडेय, गोपाल चंद्र साहा, अमर प्रसाद, अमित कुमार, अनिल पांडेय, ज्ञान ब्रह्म पाठक, विजय पांडेय, चितरंजन कुमार, दीपक मंडल, जन्मेजय कुमार, देवेंद्र गुप्ता, जवाहर झा, किशोरीलाल लाट, अजय अग्रवाल, मनोज चंद्रवंशी, रामनरेश सिंह, रंजन सिंहा, संजय चौरसिया, त्रिलोकीनाथ वागी, उपेंद्र प्रसाद, विकास रंजन, योगेंद्र नाथ सिन्हा, दीपक ठाकुर, अमरेंद्र विष्णुपुरी, सुजीत साहू, कन्हैयालाल, दीपा रानी कुंज, कश्यप बालगोविंद, अरविंद झा, आशीष अग्रवाल, जीतलाल हाँसदा, मनोज पोद्दार, रजनीश कुमार, संजय कुमार, वीरेंद्र यादव सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।