संवाददाता.पटना.केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पीएम केअर फंड से 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद के लिए स्वीकृति देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि इस फ़ैसले से निश्चित रूप से कोविड के खिलाफ़ भारत की लड़ाई को एक नई मज़बूती मिलेगी। साथ ही डीआरडीओ द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी पर आधारित 500 और पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र पीएम केयर्स फंड के तहत स्वीकृत किए गए है। स्वास्थ्य मंत्रालय स्तर पर सभी राज्यों में ऑक्सीजन व अन्य चिकित्सीय उपकरणों की उपलब्धता की समीक्षा की जा रही है। इसके अनुसार राज्यों को ऑक्सीजन एवं अन्य उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।बिहार में चिकित्सीय उपकरण एवं ऑक्सीजन की मॉनिटरिंग केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री नियमित रूप से कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता, दवाओं, स्वास्थ्य अवसंरचना आदि से संबंधित स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। युद्ध स्तर पर कार्य हो रहा है। लगातार मंत्रिमंडल समूह की बैठक हो रही है। स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने के लिए अधिकारियों को दिया निर्देश दिए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री चौबे ने कहा कि 1 मई से टीकाकरण के तीसरे फेज की शुरुआत हो रही है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। 18 प्लस उम्र के लोग रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं। कोविड को हराने में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है। युवा पीढ़ी इस अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें। उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल सुबह 8 बजे तक भारत सरकार ने राज्यों/यूटी को अब तक कोविड-19 वैक्सीन का 16.16 करोड़ से अधिक डोज फ्री प्रदान किया है। राज्यों/केंद्रशासित क्षेत्रों के पास अब भी एक करोड़ डोज उपलब्ध है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री चौबे ने लोगों से अपील कि है कि बड़े आयोजनों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। दूसरों को भी जाने से रोकें। बार-बार अपनी नाक और आंख को छूने से बचें, कीटाणु और वायरस हाथों के माध्यम से आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है, सावधान रहें, सुरक्षित रहें।केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने लोगों से अपील की कि लक्षण आने पर जरूर टेस्ट करवाएं। अपने को अलग रखें। सावधानी ही बचाव है। अपनी और परिवार की सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतें। लापरवाही की वजह से परिवार के अन्य सदस्यों में संक्रमण फैल जाता है। जिसकी वजह से परेशानी बढ़ जाती है। ऐसा न हो, इसका ख्याल रखें।