मौत का सौदागर बने हैं बाईपास स्थित अधिकांश निजी अस्पताल- पप्पू यादव

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संवाददाता.पटना. बाईपास स्थित 80 से 85 प्रतिशत निजी अस्पताल मौत का सौदागर है।कोरोना इलाज के नाम पर ये लोग आम जनता को लूट रहे हैं। इनके पास कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं हैं। थाना और प्रशासन की मिली भगत से ये लोग आम नागरिक को इलाज के नाम पर लूट रहे हैं।

अस्पताल वाले एक लाख रुपया महीना थाना को देते हैं और थाना इन्हें मनमानी करने की खुली छूट दे देती हैं। मरीज की जान को जोखिम में डाल ये लोग इलाज करते हैं। सरकार को इन अस्पतालों के खिलाफ जांच कर कार्यवाही करनी चाहिए । वहीं, अब स्वास्थ्य विभाग, किलर विभाग की तरह काम कर रहा है। उक्त बातें जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कही।

पप्पू यादव ने बिहार में कोलैप्स हो चुकी स्वास्थ व्यवस्था के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अब यह किलर विभाग बन कर रह गया हैं। एनएमसीएच में सात दिन से  कोई डॉक्टर नहीं आ रहे है। नर्स भी वार्ड में नहीं दिखती हैं। ट्रॉली बॉय इंजेक्शन देता हैं। वार्ड बॉय पैसा लेकर भर्ती करता हैं। 24 घण्टे में 30 से अधिक लोंगों की मौत हुई है। यह अस्पताल नही  ग्रेव यार्ड( मौत का कुआं) बन गया हैं। अधीक्षक को मरीजों की चिंता नहीं हैं। कुल मिलाकर एनएमसीएच के हालात बहुत ही भयावह हैं। बिहार सरकार को या तो इसे ताला बंद कर देना चाहिए नही तो सेना के हवाले कर देना चाहिए।

पप्पू यादव ने कहा कि एनएमसीएच और अधिकांश निजी अस्पतालों से बेहतर है कि मरीज अपना इलाज घर पर रहकर डॉक्टर की निगरानी में करें।  बिहार सरकार ने नरसंहार किया है। दवा और ऑक्सीजन के अभाव में  रोजाना सैकड़ों मौते हो रही हैं । केंद्र सरकार बिहार के हिस्से का ऑक्सीजन अभी तक नहीं दे पाई। हमारी मांग है कि केंद्र सरकार बिहार में वेंटिलेटर, बेड औऱ ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाए , जिससे लोंगों का इलाज कराया जा सके। मौके पर जाप के राष्ट्रीय महासचिव राजेश पप्पू मौजूद थे।

 

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