संवाददाता.पटना. मधुबनी नरसंहार के पीड़ित परिवार के बच्चों को श्री राजपूत करणी सेना ने गोद लेकर उनकी शिक्षा, विवाह से लेकर रोजगार तक की जिम्मेवारी ली. साथ ही सरकार से इस घटना में पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के साथ न्याय दिलाने की भी मांग की है और कहा है कि मधुबनी हत्याकांड के अपराधियों को फांसी नहीं दी गई, तो श्री राजपूत करणी सेना पटना को घेरने सड़क पर भी उतरेगी. इसके अलावा पीड़ित परिवार के हवाले से श्री राजपूत करणी सेना बिहार सरकार के पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा की भूमिका की भी जाँच की मांग सरकार से की.
उक्त बातें शनिवार को मधुबनी नरसंहार मामले में आक्रोश यात्रा के पूरी करने के बाद श्री राजपूत करणी सेना द्वारा पटना के होटल पाटलिपुत्र एग्जॉटिका आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी, राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना और बिहार प्रदेश अध्यक्ष बी के सिंह ने कही.
श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा कि श्री राजपूत करणी सेना किसी जाति के खिलाफ नहीं है. हम हमारे पक्ष में हैं. हम मधुबनी की घटना से पीड़ा में हैं, जो पूरा देश महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा कि हम इस घटना में पीड़ितों के लिए सरकार से आर्थिक, शैक्षणिक, सुरक्षा और प्रशासनिक मदद चाहते हैं. सरकार अगर ये भी देने में सक्षम नहीं है. तो श्री राजपूत करणी सेना ये सब करने को तैयार है. फिलहाल हमने पीड़ित क्षत्रिय परिवार के बच्चों को गोद ले लिया. हमारे लिए अच्छी बात ये है कि इस घटना में सरकार को छोड़ कर सभी दलों के लोगों ने मधुबनी जाने का काम किया है. लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो इसे जातीय रंग देकर अपना उल्लू साधना चाहते हैं. ऐसे लोग सत्ता और विपक्ष दोनों में हैं. हम दो दिन बाद ऐसे लोगों को भी बेनकाब करेंगे.
श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि कल हम मधुबनी सांत्वना देने गये थे और मारे गये लोगों के परिजनों को गोद लेने का काम किया. लेकिन हमारी मांग ये है कि अपराधी की जल्द से जल्द फांसी की सजा मिले, वरना श्री राजपूत करणी सेना पटना को घेरेगी. मकराना ने कल की घटना को लेकर कहा कि श्री राजपूत करणी सेना लुकाछिपी का खेल नहीं खेलती. यह हमें बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि क्षत्रिय ने ब्राह्मणों को गुरु माना है. इसलिए जिसके मन में राम होगा हम उसका सम्मान करेंगे और जिसके मन में रावण होगा, उसका सर धर से अलग होकर ही रहेगा. फिर वो चाहे किसी जाति का हो या रावण सेना हो. हमने समाज और देश की हिफाजत के लिए लडाई को चुना, लेकिन जब हम पर ही खतरा आयेगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे.
उन्होंने पूछा कि क्या इस देश में क्षत्रिय समाज के लोगों को समानता से जीने का अधिकार नहीं है. जब हम किसी जाति विशेष पर को बयानबाजी नहीं करते तो हर बार हमें ही निशाना क्यों बनाया जाता है. आज हम बुद्ध की शांतिप्रिय धरती पर हैं. बुद्ध हमारे पूर्वज भी है. लेकिन हम यहाँ कह रहे हैं, दोषियों को जल्द से जल्द फांसी भरे बाज़ार में दी जाये, वरना सही नहीं होगा. वहीं बिहार प्रदेश अध्यक्ष बी के सिंह ने कहा कि इस दिल दहला देने वाली घटना में जो एक व्यक्ति इलाजरत है, उसे सरकार एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाये, ताकि उसके प्राणों की रक्षा हो सके और सरकार को अपने पूर्व मंत्री व स्थानीय विधायक विनोद नारायण झा के कॉल की जाँच कर स्थिति स्पष्ट करना चाहिए.