संवाददाता.पटना. दांडी मार्च के 91 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित अमृत महोत्सव का चंपारण में प्रारंभ करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि दांडी मार्च कोई साधारण आंदोलन नहीं था बल्कि यह अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों और अन्याय के खिलाफ पूरे भारतवर्ष के सामूहिक आक्रोश की अभिव्यक्ति थी. 25 दिनों तक चले इस आंदोलन को पूरे देश से मिले व्यापक जनसमर्थन ने अंग्रेजी शासन की बुनियाद को हिला कर रख दिया था.
प्रदेश अध्यक्ष ने यह बातें बेतिया के कुमार बाग़ स्थित वृंदावन आश्रम में कहीं. ज्ञातव्य हो कि चंपारण प्रवास के दौरान महात्मा गाँधी और कस्तूरबा गाँधी ने वृंदावन आश्रम में 8 महीने तक प्रवास किया था और यहीं कस्तूरबा गाँधी ने बिहार के पहले बुनियादी बालिका स्कूल की स्थापना की थी. इस स्कूल को आज भी गाँधी शांति प्रतिष्ठान द्वारा संचालित किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि आज अंग्रेज भले ही चले गये हों, लेकिन अपनी क्षुद्र राजनीतिक महत्वकांक्षाओं की पूर्ति के लिए अंग्रेजों की ‘फुट डालो और राज करो’ जैसी नीतियों पर चलते हुए अभी भी कुछ ताकतें देश की आपसी एकता और भाईचारे को खंडित करने के प्रयासों में लगी हुई है. प्रधानमन्त्री मोदी के नेतृत्व में देश की बढ़ती ताकत और लोगों का अपने प्रधानमन्त्री पर दृढ विश्वास, इन ताकतों को नागवार गुजर रहा है. इसीलिए महात्मा गाँधी की तर्ज पर चलते हुए हमने आज चंपारण में बापू द्वारा स्थापित वृंदावन आश्रम से कस्तूरबा गाँधी द्वारा स्थापित बिहार के पहले बालिका विद्यालय तक इस मार्च का आयोजन किया है. यह मार्च देश के शांति और सद्भाव को तोड़ने में लगे हुए लोगों के खिलाफ बिहार की जनता की हुंकार है.
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज से शुरू किए गये अमृत महोत्सव का स्वागत करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा “ अगले साल 2022 में देश की आजादी को 75 वर्ष पूरे होने वाले हैं, जिसके उपलक्ष्य में प्रधानमन्त्री मोदी द्वारा आज से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का आगाज किया गया है. यह महोत्सव भारत के स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है, जिसे अगले 75 हफ्तों तक जनभागीदारी की भावना के साथ जनोत्सव के तौर पर मनाया जाएगा. यह महोत्सव पूरे विश्व को देश की सनातन संस्कृति और बढ़ती आत्मनिर्भता से परिचित करायेगा.”