नीतीश कुमार ने बिहार में तनावरहित विकास का मॉडल दिया-आरसीपी सिंह

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संवाददाता.पटना.जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में बिहार प्रदेश जदयू सवर्ण प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित मिलन समारोह में बिहार के विभिन्न जिलों के 500 से अधिक नौजवान साथियों को जदयू की सदस्यता दिलाई।

मिलन समारोह में राहुल सिद्धार्थ के नेतृत्व में 300 से अधिक तथा बी. मयंक के नेतृत्व में 100 से अधिक लोगों ने तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लगभग 125 लोगों ने जदयू की सदस्यता ली।  राहुल सिद्धार्थ एवं  बी. मयंक समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय होने के साथ ही सफल व्यवसायी भी है। इनके अतिरिक्त आज जदयू की सदस्यता लेने वालों में  धर्मेन्द्र सिंह, राजन कुमार सिंह,  जागृति, डॉ. चितेश्वर कुमार, राजीव कुमार सिंह, डॉ. कुमार गौरव, राजशेखर, डॉ. भगवान मिश्र आदि प्रमुख हैं।

इस मौके पर सभी नेताओं का जदयू परिवार में स्वागत करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार में जाति और धर्म के नाम पर कोई तनाव नहीं रहा। उन्होंने बिहार में तनावरहित विकास का मॉडल दिया। उनके द्वारा शुरू की गई योजनाओं को ही लें तो उसमें जाति, धर्म, लिंग या क्षेत्र का कोई विभेद नहीं है। सात निश्चय योजना इसका बड़ा उदाहरण है। इसी तरह वृद्धजन पेंशन योजना को ही लें तो इसका लाभ राज्य के 60 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को एक समान मिलता है। न्याय के साथ विकास और समावेशी विकास की केवल उन्होंने बात ही नहीं की बल्कि उसे संभव करके भी दिखाया।

आरसीपी सिंह ने कहा कि सवर्ण प्रकोष्ठ को गांव-गांव तक, बूथ-बूथ तक पहुंचाएं और लोगों से कहें कि जदयू आपकी पार्टी है। साथ ही लोगों से बात करके, उनकी समस्याओं का अध्ययन करके ये जानने की भी कोशिश करें कि सरकार की कौन-सी पॉलिसी है, जिसमें बिना किसी को नुकसान पहुंचाए थोड़ा परिवर्तन करने से उससे मिलने वाले लाभ का दायरा बढ़ जाए। उन्होंने कहा कि जदयू ने केवल सवर्ण प्रकोष्ठ का ही गठन नहीं किया, बल्कि हमारे नेता ने सवर्ण आयोग बनाने का काम भी किया।

राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने इस मौके पर कहा कि ये पहली बार हुआ है कि किसी पार्टी ने सवर्ण प्रकोष्ठ का गठन किया हो। उन्होंने इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह एवं प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकोष्ठ से ज्यादा से ज्यादा नौजवान साथियों को जोड़ें क्योंकि वे सबसे ज्यादा दिग्भ्रमित हैं। उन्होंने होश संभालते ही विकसित बिहार को देखा। 2005 से पहले की स्थिति कितनी भयावह थी, उन्हें पता ही नहीं। बिजली, सड़क, पानी के लिए लोग तरसा करते थे, अपहरण का उद्योग चल रहा था, फिरौती की रकम कहां तय होती थी ये किसी से छिपा नहीं। आज बिहार में किसी की हिम्मत नहीं कि गाड़ी से राइफल की नोक निकाल कर चल सके। सवर्ण प्रकोष्ठ की जिम्मेवारी है कि गांव-गांव घूमकर नौजवानों को 2005 से पहले और उसके बाद का अंतर बताएं।

प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने जदयू परिवार के सभी नए सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि वे नीतीश कुमार के विकास कार्यों तथा उनके संदेशों को जन-जन तक पहुंचाएं। उन्हें संगठन का भरपूर सहयोग मिलेगा। श्री कुशवाहा ने कहा कि जदयू का हर कार्यकर्ता नीतीश कुमार के विचारों का वाहक है और हमारे हर कार्य में इसकी झलक मिलनी चाहिए। सवर्ण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नीतीश कुमार विमल उर्फ नीतीश टनटन ने कहा कि ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे इस नवगठित प्रकोष्ठ का दायित्व सौंपा गया।

इस मौके पर लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, पूर्व विधानपार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह, राष्ट्रीय सचिव रवीन्द्र सिंह, प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, चंदन कुमार सिंह, जदयू प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष  सुनील कुमार, जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप, क्षेत्रीय प्रभारी परमहंस, कामाख्या नारायण सिंह,  अरुण कुशवाहा, अशोक कुमार बादल,आसिफ कमाल, मृत्युंजय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सवर्ण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नीतीश टनटन ने किया।

 

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