संवाददाता.पटना.बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में बधिरों को सुनने की बेहतर व्यवस्था के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है और इससे पीड़ित लोगों के कान की शल्य चिकित्सा के अवयव (काकलिअर ट्रांसप्लांट) के लिए सरकार की ओर से मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता योजना के तहत पाँच लाख रूपये तक की राशि देने का प्रावधान है।
श्री पांडेय बुधवार को विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से आयोजित विडियो कान्फ्रेंसिंग को संबोधित कर रहे थे। विभाग के विकास भवन के विभागीय सभागार में आयोजित विडियो कान्फ्रेंसिंग में दिल्ली से केन्द्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री, डा0 हर्षवर्धन और राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय के कई अधिकारी शामिल हुए। अपने संबोधन में श्री पांडेय ने कहा कि मानव जीवन में कान की विशेष महत्ता है। नेत्र से हम देखते हैं, मुख से बोलते हैं और कान से सुनते हैं। मैसूर में स्थापित आल इंडिया इन्स्टीच्यूट आफ स्पीच एण्ड हीयरिंग की ओर से पटना के इन्दिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान में एक्सटेंशन ब्रांच की स्थापना का आज शुभारंभ केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा0 हर्षवर्धन जी के द्वारा किया गया। यह केन्द्र बधिरों के लिए केन्द्र सरकार की नई सौगात है। आई0जी0आई0एम0एस0 इस क्षेत्र में विश्व स्तरीय सेवाएँ जरूरतमंदों को प्रदान कर रहा है। ए0आई0आई0एस0एच0 (मैसूर) द्वारा आई0जी0आई0 एम0एस0 में एक्सटेंशन ब्रांच खोलने से संस्थान के कार्य क्षमता में और भी वृद्धि होगी।
श्री पांडेय ने कहा कि प्रत्येक वर्ष की तरह एक थीम के तहत आज हम जागरूकता कार्यक्रम को सम्पादित कर रहे हैं। इस साल का थीम ‘‘हीयरिंग फार आल‘‘ का विशेष महत्त्व है। हम जानते हैं कि विश्व में करोड़ों लोग इस दुःखद श्रवण शक्ति विकार के शिकार हैं जिसमें नवजात बच्चों से लेकर युवा पीढ़ी व बुजुर्ग सब सम्मिलित हैं। ऐसी स्थिति में समय पर इसकी पहचान और इसका निवारण उस व्यक्ति और उनके परिवार में आशा की नई किरण जला देती है। कार्यक्रम में दीघा विधायक संजीव चौरसिया, स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर, इन्दिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा0 आर0 एन0 विश्वास सहित कई अधिकारी शामिल हुए।