संवाददाता.पटना.बिहार विधान सभा में वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपए का अनुमानित बजट पेश किया है।इस वित्तीय वर्ष में बिहार सरकार की कुल आय 2 लाख 18 हजार 502 करोड़ और राजकोषीय घाटा 3 फीसदी रहने का अनुमान बताया गया है। बिहार का इस बार का बजट पिछले वर्ष के मुकाबले 3.03 फीसदी ही बढ़ा है।वर्ष 2021-22 में कुल बजट का 53.95 प्रतिशत गैरयोजना पर और 46.05 प्रतिशत योजना पर खर्च किए जाऐंगे।
अपने लगभग 55 मिनट के बजट भाषण में उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि 20 लाख से ज्यादा रोजगार के नए अवसर सृजित किये जाएंगे। पशुओं के लिए हर 8-10 पंचायत पर अस्पताल बनाया जाएगा। इनको टेलीमेडिसिन की भी सुविधा दी जाएगी। देशी गोवंश के लिए ‘गोवंश विकास संस्थान’ की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए 500 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है।
बजट में विकसित बिहार के लिए सात निश्चय योजना की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए बताया गया कि सात निश्चय-2 के कार्यक्रमों की शुरूआत इस वित्तीय वर्ष से की जाएगी।इसके अलावा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
2021-22 बजट की प्रमुख बातें निम्नलिखित हैं-
दिल में छेद वाले बाल मरीजों का मुफ्त इलाज कराएंगे। इस योजना के लिए 300 करोड़ का प्रावधान किए गए हैं।किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था की गई। हर खेत में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।हर गांव में सोलर लाइट लगाई जाएगी। सभी गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए 150 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है। बजट में कृषि के लिए 550 करोड़ का प्रावधान है।वाटर ड्रेनेज के लिए 150 करोड़ का प्रावधान किया गया है।5 जिलों में फार्मेसी कॉलेज खोले जाएंगे।राज्य में एक और नए इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की जाएगी।हर जिले में मेगा स्किल सेटर बनाकर युवाओं के रोजगार के लिए मौके बढ़ाए जाएंगे।बिहार में मछलीपालन को इतना बढ़ाया जाएगा कि यहां की मछली दूसरे राज्यों में जाएगी।