संवाददाता.पटना.पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील मोदी ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढुनी पर कांग्रेस से 10 करोड रुपये लेने के आरोप निराधार नहीं थे इसलिए संयुक्त किसान मोर्चा ने भले ही उनसे दूरी बना ली हो, लेकिन कांग्रेस सहित कई संगठनों की फंडिंग से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि भारत विरोधी ताकतों की मदद के कारण किसान आंदोलन का नेतृत्व तीन कृषि कानूनों को समाप्त करने पर अड़ा है। राहुल गांधी एक तरफ किसान आंदोलन की फंडिंग करा रहे हैं और दूसरी तरफ किसानों को सरकार तथा औद्योगिक घरानों के विरुद्ध नफरत पैदा कर अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाना चाहते हैं। उनकी पार्टी ने जब पटना में राजभवन मार्च का नाटक किया, तब उसके 19 में से केवल एक विधायक का शामिल होना साबित करता है कि किसानों के मुद्दे पर बिहार के विधायक राहुल गांधी के साथ नहीं हैं।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने धारा -370 की समाप्ति, चीन से विवाद और राम मंदिर के लिए भूमिपूजन जैसे राजनीतिक मुद्दों पर ही नहीं, किसान सम्मान निधि और कोरोना टीकाकरण जैसे कल्याणकारी अभियान को लेकर भी जो नकारात्मकता दिखायी, उससे पार्टी के विधायक भी असहज महसूस कर रहे हैं।जब पार्टी के बिहार प्रभारी की मौजूदगी में हाथापाई की नौबत आ जाती है, तब ऐसे दल में कौन कब तक रहेगा, कौन जानता है?राहुल गांधी को विदेश में छुट्टियां मनाने से बचे समय का उपयोग सरकार को कोसने के बजाय संगठन को बचाने पर देना चाहिए।