संवाददाता.पटना.पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि 17वीं विधानसभा के गठन की शुरुआत में लालू प्रसाद ने जेल से फोन कर भाजपा विधायक को फोडने की कोशिश कर अपनी पार्टी और विपक्ष की नीयत में खोट जाहिर कर दी थी।अब राजद की समीक्षा बैठक में मध्यावधि चुनाव का शिगूफा छोडना उनकी बदनीयती का विस्तार और लोकतंत्र पर अविश्वास की संपुष्टि है।
उन्होंने कहा कि वे किसी भ्रम में रहने के बजाय यह स्वीकार कर लें कि नीतीश सरकार न केवल पूरी दृढता से अपना कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि 20 लाख लोगों को रोजगार देने सहित विकास के सभी लक्ष्य प्राप्त करेगी। राजद और उसके सहयोगी दलों ने पहले कोरोना संक्रमण के बहाने बिहार विधान सभा का चुनाव टालने के लिए चुनाव आयोग पर दबाव बनाया, फिर वर्चुअल संवाद और ईवीएम जैसे आधुनिक विकल्पों का विरोध किया।
श्री मोदी ने कहा कि अब जब किसान सम्मान निधि, गरीबों को मुफ्त उज्जवला गैस कनेक्शन, लाकडाउन के समय आठ महीनों तक मुफ्त राशन, वृद्धावस्था पेंशन और बाढ पीडितों के खाते में 6-6हजार रुपये की सहायता राशि जैसे अनेक कार्यों को आशीर्वाद केटूर पर जनता ने एनडीए को स्पष्ट बहुमत के साथ फिर राज्य की सेवा का अवसर दिया, तब जनादेश को स्वीकार करने के बजाय राजद राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की साजिश कर रहा है।