राजगीर के नेचर सफारी में बन रहे ग्लास फ्लोर ब्रिज का मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण

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संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राजगीर के नेचर सफारी में निर्माणाधीन ग्लास फ्लोर ब्रिज (स्काई वाक), जीप लाईन, जीप बाइक एवं नेचर सफारी के मेन कैम्प एरिया का निरीक्षण किया। राजगीर स्थित हॉकी ग्राउंड में बने हेलिपैड पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जिलाधिकारी एवं नेताओ ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने सिक्युरिटी, सेफ्टी एवं प्रोटेक्शन का पूरा ध्यान रखने का अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रोटेक्टिव एक्सपर्ट की भी मदद लीजिए। मुख्यमंत्री ने नेचर सफारी एरिया में कार्यरत श्रमिकों एवं कर्मियों के साथ सामूहिक तस्वीरें भी खिंचवाई।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राजगीर में नेचर सफारी के साथ-साथ जू सफारी बनाने की बात कही थी और इसका बहुत अच्छे ढंग से निर्माण किया जा रहा है। अधिकारियों से इसकी सुरक्षा और रखरखाव के संबंध में बात हुई है। यह पूरी तरह से प्रोटेक्टेड रहे, इस संबंध में हमनें कई सुझाव भी दिए हैं। यहां आकर देखने और घूमने से युवा पीढ़ी को प्रकृति के संबंध में काफी जानकारियां मिलेंगी और वे पर्यावरण के प्रति प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मार्च तक ग्लास फ्लोर ब्रिज का काम पूरा हो जायेगा। यहां आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस की स्थायी तैनाती की जाएगी ताकि गलत प्रवृत्ति का व्यक्ति किसी को नुकसान न पहुंचाए। तकनीकी विशेषज्ञ भी रेगुलर ड्यूटी में यहां डेप्यूट रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण के प्रति लोगों में जागृति आये, इसके लिए जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाया जा रहा है। बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जा रहा है। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देते हुये जल संरक्षण की दिशा में भी तेजी से काम आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जल और हरियाली है तभी जीवन सुरक्षित है। राजगीर के इलाके में पीने के लिए गंगा नदी का स्वच्छ जल उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि लोगों को भूजल के भरोसे नहीं रहना पड़े। इससे नालंदा विश्वविद्यालय, पुलिस अकादमी जैसे अन्य सभी संस्थानों को भी पेयजल आसानी से उपलब्ध हो सकेगा और लोगों को भूजल स्तर की कमी से होनेवाली समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। यहां खेल के लिए भी विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया है। भगवान बुद्ध और भगवान महावीर का राजगीर में आना हुआ है और यह काफी ऐतिहासिक भूमि है। इसके इतिहास को संरक्षित कर नई पीढ़ी को प्रेरित करना ही हमलोगों का उद्देश्य है ताकि उनकी जागृति और बढ़े। हमलोग हर जगह काम कर लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। लोग यहां आएं तो हर जगह जाएं। इसके लिए पर्यटक केन्द्रों को और अधिक विकसित किया जा रहा है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नेचर सफारी इस प्रकार से बनाया जा रहा है कि लोग यहां आकर एक-एक चीज का आनंद उठा सकें। इससे पर्यावरण के दृष्टिकोण से प्रकृति के प्रति हर वर्ग के लोगों में जागृति आएगी। उन्हांेने कहा कि जल्द से जल्द इस काम को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। यहां दिन में ही सभी गतिविधियां होंगी और सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध होगा। वन एवं पर्यावरण विभाग की तरफ से हर जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराई जा रही हैं। आवागमन को भी सुगम किया जाएगा। वेणुवन में भी बेहतर काम किया गया है। सभी उम्र के लोग यहां आकर  ऐसी चीजों को देखें और प्रकृति की खूबसूरती का आनंद लें।निरीक्षण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने जू सफारी का भ्रमण कर एनिमल केज, किचेन एवं अस्वस्थ जानवरों की देखभाल हेतु निर्मित कक्ष के विषय में अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। जू सफारी के भ्रमण हेतु तैयार किये गये परिभ्रमण वाहन का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री ने हेलीपैड पर सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक श्रवण कुमार, पूर्व विधायक चन्द्रसेन कुमार, पूर्व विधायक सुनील कुमार से मुलाकात की।इस अवसर पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, आयुक्त पटना प्रमंडल संजय अग्रवाल, जिलाधिकारी नालंदा योगेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक नालंदा नीलेश कुमार, डीएफओ नालन्दा डॉ0 नेशमणि के0 सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

 

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