संवाददाता.पटना.एक तरफ डबल इंजन की सरकार है तो तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज (तेजस्वी यादव-राहुल गांधी) भी हैं। एक तो जंगलराज के युवराज हैं। जो हश्र उत्तर प्रदेश में डबल युवराज (अखिलेश यादव-राहुल गांधी) का हुआ वही बिहार में होने वाला है। एनडीए का हमारा गठबंधन बिहार के लोगों के जीवन से मुश्किलें कम कर रहा है।बिहार की चुनाव रैलियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस-राजद पर प्रहार करते हुए ये बातें कही।
दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पीएम ने बिहार की चार रैलियों( छपरा, समस्तीपुर, मोतिहारी और प.चंपारण)में मोदी ने कहा कि एक तरफ जंगलराज वाली सरकार है जो अंधेरा लाना चाहती है ताकि फिर लालटेन जले। दूसरी ओर एनडीए है, जिसने गांव-गांव बिजली पहुंचाकर एलईडी से दूधिया रोशनी कर दी।उन्होंने कहा कि सोचा जा रहा है कि कोरोना के कारण मतदान नहीं होगा, लेकिन बिहार के लोगों ने चुनावी पंडितों की यह धारणा को गलत साबित कर दिया। भारी मतदान हुआ।पहले चरण के मतदान के आधार पर कुछ पत्रकारों ने अनुमान लगाया है कि नीतीश बाबू के नेतृत्व में एनडीए की सरकार दोबारा बन रही है। लोगों का जोश आपकी हुंकार बिहार के जनादेश का संकेत दे रहे हैं। बिहार के लोगों को भ्रम में डालने की कुछ लोगों की कोशिशें आप लोगों ने नष्ट कर दी हैं।
पीएम ने कहा कि एनडीए के प्रति आप लोगों का यह प्रेम कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है। कुछ तो अपने ही कार्यकर्ताओं को मार रहे हैं। उनकी हताशा-निराशा, उनकी बौखलाहट उनका गुस्सा अब बिहार की जनता देख रही है। इतने बौखला गए हैं कि मोदी को भी गाली देने लगे हैं। मुझे गाली दीजिए, लेकिन अपना गुस्सा बिहार के लोगों पर मत उतारिए। ये लोग बिहार के लोगों की भावनाएं कभी नहीं समझ सकते।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मैं बिहार का एक वीडियो देख रहा था, जो सोशल मीडिया पर चल रहा है। वह वीडियो एक बुजुर्ग महिला का है। उनसे एक व्यक्ति पूछता है कि मोदी को आखिर वोट क्यों दोगी, उन्होंने तुम्हारे लिए क्या किया। उस गरीब मां, उन महिला ने इस सवाल का एक सांस में जवाब दे दिया। जब वो मां बोल रही थी, तब सवाल पूछने वाले का चेहरा देखने लायक था। उसकी बोलती बंद हो गई थी। बिना लाग-लपेट के उस महिला ने कहा- मोदी ने हमें नल दिया, बिजली दी, राशन दिया, पेंशन दे रहे हैं, गैस दी। उनको कौन वोट नहीं देगा। आज बिहार की महिलाएं, बिहार की बेटियां, यहां के लोग एनडीएलके विरोधियों से यही कह रहे हैं।
पीएम ने कहा कि गरीब का चूल्हा जलता रहे, इसलिए दिवाली और छठ पूजा तक अब किसी मां को वह चिंता करने की जरूरत नहीं है कि छठ पूजा को कैसी मनाएंगे। मेरी मां, तुमने अपने इस बेटे को दिल्ली में बैठाया है, क्या वह आपकी छठ पूजा की चिंता नहीं करेगा। आप तो छठ पूजा की तैयारी करो, दिल्ली में तुम्हारा बेटा बैठा है। मां छठ पूजा का त्योहार मनाओ, तुम्हारा बेटा भूखा नहीं सोने दूंगा।
बिहार के नौजवान अपने बचपन के दिन नहीं भूल सकते। याद करें कि बचपन में उनकी मां क्या कहती थीं। हर मां, गरीब हो या अमीर, यही कहती थीं, घर के भीतर ही रहो, बाहर मत निकलना, लकड़सुंघवा घूम रहा है। मां उन्हें लकड़सुंघवा से क्यों डराती थी? वह डराती थी, किडनैपिंग करने वालों से। जिस बिहार में यह हाल रहा हो, उससे लोग क्या उम्मीद लगा सकते हैं। नए वोटरों याद रखना है कि बिहार को सुधारने में लोगों ने बहुत तपस्या की है। उन लोगों को लालटने का उजाला लौटता दिखेगा, वे निराश हो जाएंगे।नीतीश बाबू और एनडीए की सरकार ने इनको सुविधाएं दी हैं। बेटियां आज पढ़ाई कर रही है। बढ़-चढ़ कर विकास में हिस्सा ले रही है। जीविका दीदियां आत्मनिर्भर हो रही है। ये सब एनडीए को ताकत दे रही है। घरों में उज्ज्वला का सिलेंडर पहुंच चुका है। बिहार के बेटे-बेटियों को मुद्रा लोन मिल रहा है। ये अपने उज्जवल भविष्य के लिए एनडीए पर भरोसा कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि बिहार ने पूरे विश्व को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया है। यहां की पवित्र धरती से ही दुनिया में लोकतंत्र की कोपल निकली थी। फैसलों में जनता की सहभागिता होती है, तभी लोकतंत्र भी मजबूत होता है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक नजर दौड़ाइए। लोकतंत्र के लिए पूरी तरह से समर्पित एनडीए का गठबंधन है। दूसरी तरफ निजी हित और पारिवारिक हित के लिए परिवारतंत्र का गठबंधन है। जंगलराज के युवराज को तो आप बराबर देख रहे हैं। कांग्रेस पार्टी का दायरा भी सिमट रहा है।सिर्फ परिवार के लिए काम कर रही इन पार्टियों ने आपके लिए क्या किया। सिर्फ अपने और परिवार के लोगों को टिकट दिया। क्या नीतीश बाबू का कोई रिश्तेदार संसद पहुंचा, मंत्री बना है, क्या मेरा कोई रिश्तेदार कहीं पहुंचा?
जंगलराज की हालत ऐसी थी कि जो कारखानें, चीनी मिलें खत्म हो गईं। अब तो इस चुनाव में जंगलराज वालों के साथ नक्सलवाद के समर्थक, देश के टुकड़-टुकड़े करनेवाले भी बारात में साथ जुट गए हैं। इनको जरा भी मौका मिल गया तो बिहार वापस अपहरण, अराजकता के दौर में पहुंच जाएगा। इसलिए बिहार को सतर्क रहना है। जंगलराज के युवराज से अलर्ट रहना है। जंगलराज वालों को जरा भी चिंता होती तो बिहार की ऐसी स्थिति नहीं होती।इनकी चिंता है अपने बेमानी संपत्ति कैसे छिपाएं। तिजोरी कैसे भरें। हमारी प्राथमिकता है बिहार के किसानों को पैसे सीधे उनके कैसे पहुंचाए। उनको चिंता है लालटेन कैसे जले। हमारा प्रयास है हर घर में दुधिया चमकदार एलईडी बल्ब कैसे पहुंचे।
मोदी बोले- बगहा की चुनावी सभा में मोदी ने कांग्रेस और राजद पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- ये वो लोग हैं, जो देश के शहीदों पर संदेह करते हैं। ये लोग बिहार के नौजवानों के जाने से दुखी नहीं थे। इन लोगों ने सैनिकों का मनोबल तोड़ने वाली बात कही। ये लोग बिहार आकर वोट मांग रहे हैं। वोट देते वक्त ये याद रखिएगा कि आप किसे वोट दे रहे हैं।एक पक्ष जंगलराज का है, जो अंधेरा वापस लाना चाहता है ताकि फिर से लालटेन जले। दूसरा एनडीए है, जिसने हर घर तक बिजली पहुंचाकर एलईडी से दूधिया रोशनी कर दी। एक पक्ष जंगलराज का है, जिसने महज 3 मेडिकल कॉलेज दिए। दूसरा एनडीए है, जो हर लोकसभा में मेडिकल कॉलेज लाने का प्रयास कर रही है। नई सरकार बनने के बाद बिहार में मातृभाषा में मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज खुलेंगे। जिससे गरीब का बेटा डॉक्टर और इंजीनियर बनेगा।