नई दिल्ली. कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण मंदी की मार झेल रहे देश भर के बाजार को अब दीवाली से काफी उम्मीदें हैं।फेस्टिवल को लेकर व्यापारी उत्साह में हैं और उपभोक्ताओं के लिए एक से एक ऑफर देने की तैयारी है।
कोरोना महामारी से कारोबार में आई सुस्ती को फेस्टिवल में रफ्तार मिलने की आस से व्यापारी स्टॉक जुटाने में लगे हैं। ताकि, जब ग्राहक आएं तो निराश होकर दुकान से वापस ना चले जाएं। कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार इस साल दिवाली में करीब एक लाख करोड़ रुपए तक का कारोबार हो सकता है। पिछले साल 60-70 हजार करोड़ के करीब यह आंकड़ा था।
प्रवीण खंडेलवाल की मानें तो पिछले सात माह से लोगों ने सिर्फ जरूरत का ही सामान खरीदा है। ऐसे में ग्राहकों के पास सेविंग्स हुई है। सालभर ग्राहक दिवाली का इंतजार करते हैं। ऐसे में अधिक शॉपिंग ना भी करें, तब भी खरीदारी तो करेंगे ही।
इससे पिछले कई महीनों से निराश बैठे और नुकसान उठा रहे व्यापारियों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। लोगों द्वारा पिछले सात महीनों में की गई बचत, केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में सरकारी कर्मचारियों को एलटीसी को नकद में बदलने की सुविधा और व्यापारियों द्वारा चीन से त्योहारी सीजन पर हर साल होने वाली खरीद का सारा पैसा देश में ही खर्च करने के चलते 31 मार्च 2021 तक देश के बाजारों में लगभग 2 लाख करोड़ रुपए खर्च होने की सम्भावना है। इसको लेकर देश भर के व्यापारी उत्साहित हैं।
प्रेक्षक के अनुसार भारत-चीन के बीच हुई सैन्य झड़प के बाद चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम देशभर में चलाई गई। इसका व्यापक समर्थन और असर देश भर में दिखाई दे रहा है। हर साल राखी से लेकर दीवाली तक चलने वाले फेस्टिवल सीजन में त्योहारी सामानों का तकरीबन 40 हजार करोड़ का एक्सपोर्ट चीन भारत में करता है। पर इस बार चीन को लेकर भारतीय ग्राहक की सोच पूरी तरह बदल गई है। जानकारों के अनुसार चीन को राखी पर करीब 5,000 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा, तो वहीं गणेश चतुर्थी में 500 करोड़ की चपत खानी पड़ी है। अब ये रकम इस साल त्योहार में भारतीय बाजारों में ही रहेगी। इसका फायदा देश के लगभग 7 करोड़ व्यापारियों को होगा।
खान मार्केट (दिल्ली) संगठन के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने बताते हैं कि कोरोना के चलते बाजार और व्यापार पूरी तरह से बंद पड़े थे। लॉकडाउन खुलने के बाद से अब तक व्यापार में 30-40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। देश भर में व्यापार अभी तक पटरी पर नहीं लौट पाया है। अब इस दीवाली फेस्टिवल सीजन से बाजार में खरीदारी बढ़ने की पूरी संभावना है। हालांकि,इस साल दिवाली पर पिछले साल के मुकाबले करीब 40 फीसदी कम सेल होने की आशंका है।